यूपी में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की साजिश, दो दिनों में 16 गिरफ्तार


लखनऊ । अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होने के बाद कुछ लोग उत्तर प्रदेश में माहौल बिगाड़ने की साजिश कर रहे हैं। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) विरोधी प्रदर्शनों के बाद पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) समेत कुछ अन्य संगठन सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गए हैं। इन संगठनों से जुड़े लोग सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट के जरिए माहौल खराब करने की साजिश की जा रही है। ऐसे तत्व पुलिस के सीधे रडार पर आ गए हैं। पुलिस ने दो दिनों में अभियान के तहत आपत्तिजनक पोस्ट कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे 16 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। साथ ही अलग-अलग जिलों में 17 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। 


उत्तर प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखे जाने के साथ ही गड़बड़ी करने वालों के विरुद्ध कठोर विधिक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट, बहराइच व बाराबंकी में सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय अखंडता को विघटित करने वाले संदेश प्रसारित करने के मामले में पुलिस ने पीएफआई/एसडीपीआइ व अन्य संगठनों के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। लखनऊ में काकोरी पुलिस ने आरोपित अब्दुल मजीद को गिरफ्तार कर उसका मोबाइल कब्जे में लिया है। बहराइच में पुलिस ने डॉ.अलीम, साइबे आलम उर्फ साहिबे आलम व कमरुद्दीन के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की है। इसके अलावा बाराबंकी में पुलिस ने मु.नदीम को पकड़ा है। मेरठ पुलिस ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक संदेश वायरल करने के मामले में अंकित व अरुण कुमार को गिरफ्तार किया है।


एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि पीएफआई व एसडीपीआई एक-दूसरे से जुड़े संगठन हैं। नागरिक सुरक्षा कानून के विरोध प्रदर्शनों के दौरान भी इन संगठनों की भूमिका सामने आई थी और कार्रवाई की गई थी। इन संगठनों के कई सदस्यों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। सूबे में जो भी सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का प्रयास करेगा, उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी। ध्यान रहे, पूर्व में सीएए के विरोध में उग्र प्रदर्शनों की साजिश के आरोप में लखनऊ पुलिस ने पीएफआई के प्रदेश वसीम अहमद समेत अन्य को गिरफ्तार किया था।


सोशल मीडिया सेल को मजबूत बनाने की कसरत : आने वाले समय की चुनौतियों को देखते हुए पुलिस सोशल मीडिया सेल को मजबूत बनाने में जुट गई है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने सभी जिलों में कंप्यूटर तकनीक की जानकारी रखने वाले व सोशल मीडिया सेल में काम करने के इच्छुक पुलिसकर्मियों को सूचीबद्ध किए जाने का निर्देश दिया है।