कई बीमारियों में रामबाण औषधि है वाइट टी


भारत के हर एक घर में सुबह की शुरुआत चाय से होती है। चाय अलग-अलग प्रकार की होती हैं, जिनमें ग्रीन टी, वाइट टी, मिल्क टी और लेमन टी प्रमुख हैं। मिल्क टी और लेमन टी का प्रचलन सबसे अधिक है। वहीं, कुछ लोग ग्रीन टी का भी सेवन करते हैं। जबकि वाइट टी के बारे में बहुत कम लोगों को पता है। यह चाय कैमेलिया के पत्ते और फूलों से बनती है। इसमें टैनीन, फ़्लोराइड्स, फ़्लेवोनॉइड्स और ऐंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुण पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए बहुत लाभकारी होते हैं।  आइए इस चाय के स्वास्थ्य लाभ के बारे में जानते हैं-


त्वचा के लिए है फायदेमंद


वाइट टी में एंटी-एजिंग और एंटी ऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा को हसीं और जवां बनाने में सहायक होते हैं। आप अपनी त्वचा की खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए रोजाना वाइट टी का सेवन कर सकते हैं। इस चाय के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इनमें अन्य चायों के अनुपात में अधिक गुण पाए जाते हैं।


सूजन कम करने में सहायक


इसमें पॉलीफेनॉल्स की अधिकता होती है, जो एंटी ऑक्सीडेंट के रूप में काम करती है। यह शरीर को ऑक्सीडेटिव नुकसान से बचाती है। साथ ही वाइट टी सूजन को भी कम करने में सहायक होती है।


कैंसर में फायदेमंद


इसमें एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं, जिनसे मरीज को कैंसर रोग में लड़ने की शक्ति मिलती है। विशेषज्ञों की मानें तो सफ़ेद चाय के सेवन से कैंसर को फैलने से रोका जा सकता है।


डायबिटीज़ में भी लाभकारी


डायबिटीज़ के मरीजों के लिए यह चाय रामबाण औषधि है। इसके सेवन से मधुमेह नियंत्रित रहता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं, जो इंसुलिन प्रतिरोध के जोखिम को कम करने में सहायक सिद्ध होते हैं। इसके लिए दिनभर में कम से कम दो कप वाइट टी जरूर पिएं।


डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।