हस्तरेखा विज्ञान में सूर्य रेखा को लेकर विस्तार से वर्णन किया गया है। इस रेखा को व्यक्ति के जीवन में बेहद ही अहम माना गया है। हाथ में सूर्य रेखा कई तरह से आरंभ हो सकती है। इनमें से ही एक है जीवन रेखा। जीवन रेखा से आरंभ होने वाली सूर्य रेखा उन्नति एवं यश को बढ़ाने वाली मानी गई है, लेकिन यह उन्नति निजी परिश्रम एवं योग्यता के बल पर होती है। यदि व्यवसायिक हाथों को छोड़ दिया जाए तो बाकी सभी तरह के हाथों में सूर्य रेखा के प्रभाव से व्यक्ति अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी कला में प्रगति करते हुए उंचाइयों को छू सकता है।
स्त्री एवं पुरुष के हाथों में इस तरह की रेखा का होना अच्छे संकेत है। इस तरह के व्यक्ति सौंदर्य को पंसद करते हैं। जीवन का अधिकांश समय ऐसे व्यक्ति सौंदर्य की उपासना में ही बिता देते हैं। हालांकि जिन लोगों के हाथों में सूर्य भाग्य रेखा से आरंभ होती है वे जीवन का आनंद अच्छे से लेते हैं।
हाथ में मंगल पर्वत का भी विशेष स्थान है। हाथ में मंगल पर्वत दो जगह होता है। एक जीवन रेखा के नीचे और दूसरा हृदय रेखा के ठीक नीचे मस्तिष्क रेखा के पास। यदि व्यक्ति का मंगल पर्वत दबा हुआ है तो वह उसमें साहस में कमी को दर्शाता है।
मंगल पर्वत पर चतुष्कोण होने से साहस में कमी हो सकती है, लेकिन सफलता मिल जाती है। ऐसा व्यक्ति शत्रुओं पर भी विजय प्राप्त करता है। भाग्य रेखा भी व्यक्ति के जीवन में अहम योगदान देती है। यदि हथेली में भाग्य रेखा टूटी हुई हो तो कामों में रुकावट बहुत आती है। लेकिन यदि भाग्य रेखा के पास चतुष्कोण बन जाए तो समस्याएं तो आती हैं पर उनका समाधान भी होता रहता है।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)