पटना I सुशांत सिंह राजपूत और उनकी पूर्व मैनेजर दिशा सलियान की मौत के मामले को एक-दूसरे से जोड़कर एसआईटी देख रही है। इसी कड़ी में पटना पुलिस की टीम दिशा सलियान के घर गई। पुलिस दिशा के परिजनों का बयान लेना चाहती थी, लेकिन वहां उन्हें कोई भी नहीं मिला।
दिशा की मौत बीते आठ जून को हुई थी। उसने एक ऊंची इमारत के 14वें तल्ले से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। दूसरी ओर, पटना पुलिस की टीम दिशा की मौत से संबंधित जानकारी लेने मुंबई के मालवानी थाने पहुंची, लेकिन वहां मुंबई पुलिस ने किसी तरह की जानकारी देने से मना कर दिया। मुंबई पुलिस का कहना था कि जिस फोल्डर में दिशा की मौत से संबंधित जानकारी और कागजात थे वह गलती से डिलिट हो गया। इस पर पटना पुलिस की टीम ने कहा कि वह उस फोल्डर को रि-कवर करने में मदद करेगी, लेकिन मुंबई पुलिस ने सटीक जवाब नहीं दिया।
एक फोन कॉल के बाद पलट गई मुंबई पुलिस
सूत्रों की मानें तो जिस वक्त पटना पुलिस की टीम थाने में बैठी थी उसी समय मुंबई पुलिस के अधिकारियों के फोन बजने लगे। एक कॉल आते ही मुंबई पुलिस का व्यवहार भी बदल गया। वहां के अफसरों ने पटना से गई एसआईटी को लैपटॉप देने से इनकार कर दिया। सवाल यह उठने लगे हैं कि अचानक मुंबई पुलिस किसके दबाव में आ गयी?
सवालों के घेरे में मुंबई पुलिस
दिशा सलियान के केस से जुड़े फोल्डर को डिलीट करने की बात कहने वाली मुंबई पुलिस सवालों के घेरे में आ गयी है। इतने महत्वपूर्ण केस की जानकारियां जिस फोल्डर में थीं वो इतनी आसानी से डिलीट कैसे हो गयीं। कहीं ऐसा तो नहीं कि मुंबई पुलिस कोई बड़ा राज पटना की एसआईटी से छिपा रही है।