पटना । अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच करने मुंबई पहुंची पटना पुलिस के हाथ लगे अहम सुरागों से लग रहा है कि मुंबई पुलिस ने जांच में कुछ न कुछ गड़बड़ी की है। सही तरीके से जांच नहीं की गई है। पटना पुलिस यह मान रही है कि सुशांत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत मामले की जांच किए बिना सुशांत की मौत की गुत्थी सुलझाना आसान नहीं है।
दिशा मामले में नहीं मिले दस्तावेज
पटना पुलिस को दिशा मामले में न तो थाने से कोई दस्तावेज मिला है और न ही उनके घर वालों से पुलिस टीम बात कर सकी है। दिशा के दरवाजे तक पहुंचते ही सुशांत मामले की जांच अटक गई है। सात दिनों की जांच के दौरान पटना पुलिस को सुशांत के डिप्रेशन में होने की बात में सच्चाई कम, साजिश की बू ज्यादा आ रही है। पुलिस के पास इस मामले में कुछ अहम लोगों के बयान, बैंक स्टेटमेंट और सीडीआर रिपोर्ट हैं।
रिया व अन्य आरोपितों से पूछताछ नहीं
सूत्रों की मानें तो जिस दिन सिटी एसपी विनय तिवारी को रात 11 बजे जबरन 15 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन किया गया, उस समय वे दिशा मामले के मुख्य गवाह से पूछताछ शुरू करने वाले थे। लेकिन ऐसा हो नहीं सका। गवाह भी वहां से चला गया। तब से उससे पटना पुलिस संपर्क नहीं कर सकी है। सात दिनों में ठोस सबूत मिलने का दावा करने वाली पटना पुलिस मुख्य आरोपित रिया चक्रवर्ती से भी पूछताछ नहीं कर सकी है। रिया मुंबई में ही है और उसके साथ भाई और पूरा परिवार भी है।
पहुंचते ही खाली हो जाता था डीसीपी ऑफिस
पटना पुलिस 28 जुलाई को बांद्रा डीसीपी के ऑफिस गई थी। वहां यह कहा गया कि आपको सुशांत से जुड़े दस्तावेज और अन्य जानकारी के लिए डीसीपी-क्राइम से मिलना होगा। 29 जुलाई को पटना पुलिस डीसीपी- क्राइम के ऑफिस में सुबह 10 बजे से दोपहर तीन बजे तक बैठी रही। 30 जुलाई को पटना एसएसपी से बातचीत के बाद डीसीपी-क्राइम पटना पुलिस की टीम से मिलते हैं। इससे पहले जब पटना पुलिस की टीम ऑफिस जाती थी तो सभी कर्मी बाहर निकल जाते थे। जवाब मिलता था कि हम सुशांत मामले में एक भी पेपर नही दे सकते हैं।
मुंबई पुलिस ने नहीं दिया एक भी साक्ष्य
मुंबई पुलिस ने घटनास्थल का वीडियो फुटेज, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, पोस्टमॉर्टम के दौरान मौजूद मजिस्ट्रेट, सुशांत का मोबाइल, डायरी, लैपटॉप, सहित एक भी साक्ष्य पटना पुलिस से शेयर नहीं किया है। यहां तक कि दिशा की सुसाइड मामले में मुंबई पुलिस ने साफ कह दिया है कि केस से जुड़ी फाइल ही सिस्टम से डिलीट हो चुकी है।
जांच प्रभावित, निकलना हुआ मुश्किल
खुद बिहार के डीजीपी बयान दे चुके हैं कि पटना के सिटी एसपी को जबरन क्वारंटाइन करने के बाद अब पटना पुलिस के अन्य चारों पदाधिकारियों को क्वारंटाइन करने के लिए उनकी तलाश की जा रही है। इस वजह से वे अपना ठिकाना नहीं बदल रहे हैं और जहां है वहीं पड़े हैं। सूत्रों की मानें तो पटना पुलिस की टीम दूसरे दिन भी कहीं नहीं निकली। हां, इस बीच फोन से कुछ लोगों से पूछताछ जरूर की है।
पुलिस ने सुशांत के कमरे से फोटो किया था वायरल
आरोप यह भी है कि 14 जून को सुशांत के कमरे में पहुंची मुंबई पुलिस की टीम में शामिल किसी पुलिसकर्मी ने सुशांत की तस्वीर अपने मोबाइल से बाहर वायरल कर दी। पटना पुलिस घटनास्थल पर पुलिस के अलावा वहां और कौन-कौन मौजूद थे, उनकी लिस्ट तैयार कर उनमें से तीन लोगों से पूछताछ भी कर चुकी है। वहीं सिद्धार्थ पिठानी और दीपेश के अलावा एंबुलेंस चालक से आमने-सामने बैठाकर पूछताछ अहम है।
अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिकी नजर
पटना पुलिस सुशांत और रिया के कनेक्शन से जुड़ी जानकारी हासिल कर चुकी है। 7 से 13 जून के बीच सुशांत के मोबाइल पर किस-किस के फोन आए, यह जानकारी भी पुलिस के पास है। सुशांत मामले में पटना पुलिस की जांच मुंबई हस्तांतरित करने की रिया की याचिका पर पांच अगस्त को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। इस पर भी पटना पुलिस की नजर है।