लखनऊ में एक दिन में रिकार्ड 429 मरीज; दो की मौत


लखनऊ । राजधानी लखनऊ में कोरोना के मामलों ने भयावह रूप ले लिया है। शनिवार को एक बार फिर कोरोना के मरीजों का रिकार्ड टूट गया। एक दिन में 429 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। वहीं, शहर में केजीएमयू में भर्ती दो मरीजों की सांसे थम गईं। इसके अलावा प्रतापगढ़ के तकवा निवासी 22 वर्षीय युवक की मौत भी हो गई। बता दें, बीते दिन शुक्रवार को कोरोना से आठ और लोगों की मौत हो गई। इसमें लखनऊ के छह लोग शामिल है। एक बहराइच का और एक गोरखपुर निवासी हैं। इसके अलावा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह समेत 297 में संक्रमण की पुष्टि हुई। ऐसे में स्वास्थ्य महकमे में अफरातफरी मची हुई है। वहीं, लखनऊ में अब कोरोना मरीजों की संख्या 5730 हो गई हैं। जबकि 76 लोगों की वायरस से मौत हो चुकी है।


बहराइच में कोरोना से एक और मौत, संख्या हुई छह 


जिले में कोरोना से मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। मेडिकल कॉलेज से आइसोलेशन-3 बाराबंकी रेफर किए गए कोरोना संक्रमित की शनिवार भोर मौत हो गई। जिले में छठी मौत है। कोतवाली नगर क्षेत्र के मोहल्ला ब्राह्मणीपुरा निवासी 65 वर्षीय अधेड़ कोरोना से संक्रमित रहे। उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया था। शुक्रवार देर रात हालत बिगड़ने पर उन्हें मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन 2 में भर्ती किया गया। डायबिटीज व सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें बाराबंकी रेफर किया गया, जहां पहुंचने पर उनकी मौत हो गई। शहर के त्रिमुहानी घाट पर सिटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिवार के अन्य लोगों का सैंपल भरा गया है।


गोंडा में 28 नए कोरोना मरीज मिले  


शुक्रवार देर रात प्राप्त हुई रिपोर्ट के अनुसार जिले में 28 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है। इसमें 11 मरीज नगर क्षेत्र, पांच रुपईडीह व चार मरीज मनकापुर ब्लॉक क्षेत्र के हैं। दो मरीज छपिया ब्लाक, एक-एक तरबगंज, कर्नलगंज, बेलसर, परसपुर, कटरा बाजार तथा पंडरीकृपाल ब्लॉक के हैं। नगर क्षेत्र के 11 मरीजों में चार मरीज लाइफ लाइन हॉस्पिटल के हैं।


लखनऊ में मृतकों की संख्या 76 


चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह का सिविल अस्पताल में टेस्ट किया गया। सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक, मंत्री में वायरस की पुष्टि हुई है। वह होम आइसोलशन में हैं। इसके अलावा शहर के विभिन्न इलाकों में 297 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है। वर्तमान में सबसे अधिक संक्रमण की चपेट में इंदिरानगर, गाजीपुर, आशियाना, गोमतीनगर क्षेत्र हैं। यहां लगातार एंटीजन टेस्टिंग व सैंपल संग्रह का काम जारी है। इसके अलावा दफ्तरों के कर्मी भी वायरस की चपेट में आ रहे हैं। महानगर, पारा, सीतापुर रोड, रायबरेली रोड, कानपुर रोड, हरदोई रोड पर भी कई मरीज कोरोना के मिले हैं। वहीं, अस्पतालों में इलाज के दरम्यान आठ मरीजों की मौत हो गई। इसमें एक बहराइच व एक सिरसिया गोरखपुर निवासी 78 वर्षीय पुरुष हैं। वहीं छह लखनऊ निवासी मरीज हैं। इसमें 63 वर्षीय पारा रोड सागर विहार कॉलोनी निवासी महिला, कैसरबाग की 57 वर्षीय महिला, 54 वर्षीय आलमनगर निवासी पुरुष शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, लखनऊ में मृतकों की संख्या 72 पहुंच गई है। उधर, शुक्रवार को 97 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया।


तीन बस स्टेशनों के 12 कर्मचारियों में संक्रमण


आरएम कार्यालय समेत शहर के तीन बस स्टेशनों के दर्जनभर रोडवेजकर्मी संक्रमित मिले हैं। इनमें तीन कैसरबाग, तीन आलमबाग, तीन चारबाग, दो अवध डिपो और एक आरएम कार्यालय का कर्मी है। इनमें चालक परिचालक के अलावा कार्यालय के कर्मचारी भी हैं। आरएम कार्यालय का लेखाकार भी संक्रमण की चपेट में आ गया है। फिलहाल सभी को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। गुरुवार को लखनऊ क्षेत्र के 392 रोडवेजकर्मियों की जांच कराई गई थी। शुक्रवार को आई रिपोर्ट में दर्जनभर कर्मी संक्रमित पाए गए।


पीजीआइ में लैब टेक्निकल अफसर में कोरोना


पीजीआइ में हिस्टोपैथोलॉजी के टेक्निकल ऑफिसर में कोरोना पाया गया। विभाग को सैनिटाइज किया गया। वहीं, संक्रमित टेक्नीशियन के संपर्क में आने वाले कर्मचारियों की जांच कराई जाएगी।


बलरामपुर में एक व सिल्वर जुबली में चार संक्रमित


बलरामपुर अस्पताल की होम्योपैथी फार्मेसी में शुक्रवार को एक वार्ड ब्वॉय कोरोना पॉजिटिव निकला। वहीं, सिल्वर जुबली अस्पताल में चार अन्य मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इस बाबत सिल्वर जुबली अस्पताल की एमएस प्रियंका यादव ने बताया कि शुक्रवार को अस्पताल में एंटीजन कार्ड से मरीजों की जांच पॉजिटिव निकली। इनमें दो मरीज डालीगंज, एक बांसमंडी व एक माल का है।


450 मरीज होम आइसोलेशन


शहर में कोरोना मरीज होम आइसोलेशन का फायदा उठा रहे हैं। बिना लक्षण वाले अब तक 450 मरीज होम आइसोलेशन में किए गए हैं। वहीं, होम आइसोलेशन में हाई रिस्क ग्रुप के मरीज नहीं रखे जाएंगे। डायबिटीज, असाध्य रोगियों में कोरोना मिलने पर अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। वहीं मेयो व एलाइट अस्पताल में भी अब कोरोना का इलाज शुरू हो गया है।


बीएसआइपी पहुंचा कोरोना


बीरबल साहनी पुरा विज्ञान संस्थान (बीएसआइपी) में कोरोना संक्रमण पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि गेस्ट हाउस में काम करने वाले रसोइए में संक्रमण था। बीएसआइपी में कोविड-19 की जांच भी हो रही है। जांच करने वाली टीम गेस्ट हाउस में ही रहती है। रसोइए से एक दो और लोगों को संक्रमण हुआ है। जानकारी मिलने के बाद शुक्रवार को बीएसआइपी को बंद कर दिया गया और उसका सैनिटाइजेशन करवाया गया।