लखनऊ में एक दिन में मिले 78 मरीज; डॉक्टर की कोरोना से मौत


लखनऊ । कोरोना वायरस का प्रसार थमने का नाम नहीं ले रहा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में वायरस जुलाई माह में और आक्रामक दिखा रहा है। शनिवार को डॉक्टर की मौत के साथ-साथ 78 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है। इसमें मंत्री के परिवार के पांच लोग भी शामिल हैं। ऐसे में अब तक राजधानी में कोरोना के 1225 मामले हो गए हैं। वहीं, मृतकों की संख्या 20 हो गई है। उधर, श्रावस्ती में ब्यूटी पार्लर संचालिका कोरोना पॉजिटिव पाई गई। अब जिले में मरीजों की संख्या बढ़कर 71 हो गई है। वहीं, बहराइच में महिला समेत पांच कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसके साथ ही जिले में संक्रमितों की संख्या 134 हुई है।


जुलाई माह हुआ और आक्रामक, एक दिन में सर्वाधिक मामले 


सीएमओ की टीम ने शुक्रवार को 460 संदिग्ध मरीजों के सैंपल संग्रह किए। इसमें 78 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है। संक्रमित मरीजों में 27 महिला व 51 पुरुष हैं। इसमें संक्रमित ग्राम्य विकास मंत्री मोती सिंह के घर के पांच लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई। वहीं, 102 एंबुलेंस कॉल सेंटर के 32, कुर्सी रोड का एक, कैंट रोड के चार, मोहान रोड के दो, इंदिरानगर के तीन, चौक का एक, काजमैन के दो, हरिनगर के एक, विकासनगर का एक, अलीगंज का एक, सिग्नेचर बिल्डिंग का एक, मलिहाबाद में एक, देवीखेडा का एक, बनीकला का एक, सरोजनीनगर का एक, फैजाबाद रोड का एक, नरही का एक, कल्याणपुर का दो, गुडंबा के दो, एलडीए कॉलोनी के तीन, चंदरनगर के पांच, गायत्रीनगर के दो, अजयनगर के एक, राजाजीपुरम के एक, केजीएमयू के दो स्टाफ, गौतमपल्ली के पांच रोगी संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, राजाजीपुरम के तालकटोरा निवासी होम्योपैथिक चिकित्सक की केजीएमयू में मौत हो गई। एक साथ भारी तादाद में मरीजों के पाए जाने से इलाकों में हड़कंप मच गया। वहीं स्वास्थ्य विभाग के भी हाथ-पांव फूल गए हैं। इस दौरान 14 कंटेनमेंट जोन हटाए गए व 16 नए बढ़ाए गए हैं।


कब-कब आए सर्वाधिक मरीज


शहर में 11 मार्च को कोरोना ने दस्तक दी। मार्च माह में 20 तारीख को सर्वाधिक चार केस रहे। वहीं, अप्रैल माह में 18 तारीख को 56 केस सर्वाधिक रहे। ऐसे ही मई माह में 28 तारीख को 15 केस रिकॉर्ड रहे। जून में 16 तारीख को सबसे अधिक 66 मरीज एक दिन में आए। वहीं, चार जुलाई को अब तक के सर्वाधिक केस 78 रहे। ऐसे में मरीजों की संख्या बढ़कर 1225 हो गई है।