क्वीन मेरी में गंभीर मरीजों के लिए बना 60 बेड का अलग वार्ड


लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण मामलों को देखते हुए गंभीर गर्भवती महिलाओं के लिए क्वीन मेरी हॉस्पिटल में 60 बेड का अलग वार्ड बनाया गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना काल में उनको अपना खास खयाल रखने की भी जरूरत है, क्योंकि यहां पर सवाल उनके साथ एक दूसरी जिंदगी का भी है। ऐसे में, गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था से लेकर डिलीवरी होने व उसके बाद भी बेहद सावधान रहने की सलाह दी जा रही है। साथ ही बनाए गए 60 बेड वाले वार्ड में समुचित इलाज भी मुहैया कराया जा रहा है। जहां, गंभीर मरीजों को कुछ दिन रखने के बाद ग्रीन जोन वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाता है।


जून से अब तक 723 मरीज किए गए भर्ती


क्वीन मेरी की विभागाध्यक्ष डॉ. उमा सिंह ने गुरुवार को बताया कि लॉकडाउन खुलने के बाद एक जून से अब तक कुल 723 गर्भवती महिलाओं को भर्ती किया गया। कुल 194 डिलीवरी हुईं जिनमें 215 सीजेरियन किए गए। वहीं, अब तक कुल 14 कोविड-19 प्रेग्नेंसी पेशेंट आए जिनमें पांच मरीजों के सीजेरियन किए गए। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में बढ़ते मामलों को देखते हुए गंभीर मरीजों के लिए अस्पताल में 60 बेड का अलग वार्ड बनाया गया है। जहां लगातर उन पर निगरानी रखी जाती है। समुचित इलाज के बाद सामान्य होने के बाद अलग से बनाए गए ग्रीन जोन वार्ड में रखा जाता है।


रोज आ रहे औसत 150 मरीज


उन्होंने बताया कि इमरजेंसी व सेमी इमरजेंसी में औसत 100 से 150 मरीज रोज आ रहे हैं। अस्पताल के गेट पर बैठा डॉक्टर हर मरीज  की स्क्रीनिंग करता है। गाइडलाइन के अनुसार बनाए गए सात सवालों के व लक्षणों के आधार पर टेस्ट किया जाता है। सामान्य बुखार वाली महिलाओं को फीवर क्लिनिक में और संक्रमित या पॉजिटिव महिला को केजीएमयू में बनाए गए कोविड हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया जाता है।