कोविड अस्पताल फुल, अब कोरोना का निजी अस्पताल में मिलेगा इलाज


लखनऊ । कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में नर्सिंग होमों में भी इलाज की व्यवस्था की जाएगी। एक अस्पताल का प्रस्ताव आ चुका है। शेष से भी आवेदन मांगे गए हैं। वहीं विषय परिस्थितियों में निजी अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग टेकओवर भी कर सकता है।


सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक कोरोना के इलाज के सभी पहलुओं पर विचार चल रहा है। कोविड केयर व कोविड ट्रीटमेंट दोनों के लिए बेड बढ़ाए जा रहे हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते ही नर्सिंग होमों को भी अलर्ट किया गया है। वह कोविड के पैनल में अपना अस्पताल शामिल करा सकते हैं। इसमें आइआइएम रोड के अस्पताल में कोविड इलाज को लेकर रजामंदी दिखाई है। इसके अलावा य िद जरूरत पड़ी तो बड़े नर्सिंग होम, अस्पताल टेकआेवर किए जाएंगे। अभी निजी मेडिकल कॉलेजों में मरीजों काे शिफ्ट किया जा रहा है।


निजी अस्पतालों में हैं 18000 हजार बेड


सीएमओ दफ्तर में 2300 एलोपैथ क्लीनिक, अस्पताल दर्ज हैं। इसमें नौ सौ के करीब नर्सिंग होम रजिस्टर्ड हैं। यह अस्पताल दस से लेकर सौ बेड तक हैं। ऐसे में निजी अस्पतालों में औसतन 18000 बेड होने का अनुमान है। अभी पांच निजी मेडिकल कॉलेज कोविड के पैनल में शामिल हैं।


कोविड अस्पताल फुल 


राजधानी में कोरोना मरीजों की भरमार हो गई है। ऐसे में लेवल-वन के सरकारी कोविड अस्पताल फुल हो गए हैं। लेवल थ्री के भी एक अस्पताल के बेड फुल हो गए हैं। लिहाजा, रविवार को निजी मेडिकल कॉलेजों में मरीज भर्ती किए गए। साथ ही बिना लक्षण वाले मरीज (एसिमटेमेटिक) सोमवार से हज हाउस में भर्ती किए जाएंगे।


सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक राजधानी के राम सागर मिश्रा अस्पताल, लोक बंधु अस्पताल, ईएसआई अस्पताल में करीब 300 बेड हैं। यह सभी रविवार को फुल हो गए हैं। यह लेवल वन के कोविड अस्पताल हैं। वहीं लेवल थ्री का कोविड अस्पताल लोहिया संस्थान भी दो दिन से फुल है। ऐसे में हज हाउस में 1000 बेड तैयार हैं। यहां सोमवार से बिना लक्षण वाले मरीजों को भर्ती कराया जाएगा। ऐसे ही प्रसाद इंस्टीट्यूट में 70 बैड तैयार हैं। कुछ मरीजों को यहां भी शिफ्ट किया जाएगा। इसके अलावा मोहनलालगंज, निगोहां स्थित इंस्टिट्यूट में भी 100-100 बेड तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा अन्य संस्थानों में भी बेड बढ़ाए जाएंगे।