जलाशयों के पास टहलने से बेहतर होता है मानसिक स्वास्थ्य


पैदल चलने के स्वास्थ्य लाभों के बारे में तो सभी लोग जानते हैं। एक नए अध्ययन के अनुसार जलाशयों जैसे समुद्र तट, नदी या झील-तालाबों के आसपास नियमित रूप से टहलने से व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। 


ऐसे किया गया शोध-
बार्सिलोना इंस्टीट्यट फॉर ग्लोबल हेल्थ के शोध को पत्रिका इंवायरनमेंटल रिसर्च में प्रकाशित किया गया है। इस शोध में 59 प्रतिभागियों पर तीन हफ्ते तक अध्ययन किया गया। प्रतिभागियों को हर दिन 20 मिनट के लिए जलाशयों के पास टहलने को कहा गया। वहीं, दूसरे हफ्ते में उन्हें शहरी वातावरण में रोजाना 20 मिनट के लिए टहलने के लिए कहा गया। तीसरे हफ्ते में इन प्रतिभागियों ने घर के अंदर आराम किया। हर गतिविधि के पहले और बाद में शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों का रक्तचाप और हृदय गति मापी। इसके अलावा उनके मूड को भांपने के लिए प्रश्नोत्तरी के जरिए उनसे से कुछ सवाल पूछे गए। 


प्रमुख शोधकर्ता मार्क न्यूवेनहुइजसेन ने कहा, हमने शहरी वातावरण में चलने या आराम करने की तुलना में  जलाशयों के पास टहलने के तुरंत बाद प्रतिभागियों की सेहत और मनोदशा में एक महत्वपूर्ण सुधार देखा। बर्सिलोना के समुद्र तटों पर टहलने के बाद प्रतिभागियों ने कहा उनका मूड और उत्साह में बढ़ोतरी हुई है। 


हृदय का स्वास्थ्य भी बेहतर होता है-
शोधकर्ता क्रिस्टीना वर्ट ने कहा, हमने जलाशयों के पास टहलने के तुरंत बाद हुए फायदों को देखा। हमारा अनुमान है कि रोजाना ऐसी जगहों पर टहलने से लंबी अवधि में हृदय का स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। हमारे शोध के निष्कर्षों से पता चलता है कि शारीरिक गतिविधियों का मानसिक फायदा उसके आसपास के वातावरण पर काफी ज्यादा निर्भर करता है। इससे पता चलता है कि जलाशयों के पास कसरत करना शहरी वातावरण से ज्यादा फायदेमंद होता है। 


कई फायदे बताए गए हैं- 
पूर्व के शोधों में बताया गया है कि हरे-भरे क्षेत्रों में कसरत करने से मोटापे का जोखिम कम होता है। इससे ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है और बुजुर्गों में भी याददाश्त बेहतर होती है। नए शोध से सबूत मिलता है कि जलाशयों के पास टहलने से दिमागी स्वास्थ्य को काफी फायदा होता है। शोधकर्ता ने कहा, शहरों में हरे-भरे क्षेत्रों के साथ जलाशयों का होना भी बेहद आवश्यक है। इससे लोगों का मानसिक स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है।