होम क्वारंटाइन में खुद को यूं रखें सकारात्मकत और रचनात्मक

खुद को आइसोलेट करके आप अपना परिवार और समाज सबका भला कर रहे हैं इसलिए इस समय का सदुपयोग करें। नकारात्मकता को दिमाग में हावी नहीं होने दें।



कोरोनावायरस को फैलने से रोकना है तो सबको सतर्कता बरतनी ही होगी। आप अपने में सर्दी-जुकाम या कोरोना के कुछ भी लक्षण महसूस कर रहे हैं तो खुद को जल्दी से जल्दी आइसोलेट कर लें। आइसोलेट करने का खास मकसद इस बीमारी के प्रसार पर अंकुश लगाना है। सवाल ये उठता है कि आइसोलेशन में कितने दिनों तक रहा जाए और ये वक्त कैसे बिताया जाए कि आपके समय का सदुपयोग भी हो जाए और आप खुद को और पूरे परिवार को भी इस बीमारी से महफूज रख सकें।


सबसे पहले ये जान लें कि आइसोलेट का मतलब क्या है। आइसोलेट का मतलब है कि आप खुद को एक अलग कमरे में परिवार के अन्य सदस्यों से अलग-थलग कर लें, ताकि आपकी बीमारी परिवार के दूसरे सदस्यों तक नहीं फैल सके। 14 दिन का होम क्वारंटाइन बेस्ट रहता है। कोरोना के मरीज को ठीक होने के लिए ये समय पर्याप्त है।


अब सवाल ये उठता है कि ये लंबा समय कैसे बिताया जाए, जो उबाऊ न बनें और आप पर नकारात्मकता भी हावी नहीं हो। हम आपको कुछ टिप्स बताते हैं, जिन्हें अपनाकर आप होम क्वारंटाइन को भी यादगार बना सकते हैं।



  • पढ़ने-लिखने का शौक रखते हैं तो होम क्वारंटाइन में किताबें आपका सबसे बड़ा साथी साबित हो सकती हैं। हमेशा हम यही सोचते हैं कि वक्त मिला तो अपनी पसंद के नोवेल, कहानियां या धार्मिक किताबें पढ़ेंगे। अब जब आप होम क्वारंटाइन में हैं तो अपने दिल की इस ख्वाहिश को पूरा कर लीजिए। किसी भी कहानी या उपन्यास को पढ़ने के लिए 14 दिन ज्यादा नहीं है। शौक से आप इस समय का सदुपयोग करें।

  • घर में ही व्यायाम करें। क्वारंटाइन के इस मुश्किल वक्त में फिट और हेल्दी रहना ही आपका पहला काम है। इसलिए आप सुबह-शाम योगा करें। इन्हेल और एक्सहेल करें, ताकि आपको सांस संबंधी कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

  • आप क्वारंटाइन में नेटफ्लिक्स पर एक डॉक्यूमेंट्री सीरीज़ देखने का विकल्प भी चुन सकते हैं। शायद इससे पहले आपने समय के अभाव की वजह से कभी कोई सीरीज देखने में रुचि नहीं ली है, जो वक्त गुजारने के लिए बढ़िया विकल्प है।

  • अपने विचारों, गतिविधियों और सीखों को यादों में संजोकर रखना एक अच्छा विचार है। आप इस समय में अपनी पुरानी यादों को संभालकर रख सकते हैं। आप इसे निजी तौर पर अपने कंप्यूटर, मोबाइल या किसी नोटबुक में बेहतर तरीके से लिख सकते हैं। आप चाहें तो ब्लॉग भी लिख सकते हैं।

  • मोबाइल पर नए-नए गेम खेल सकते हैं, इससे आपका मन बहला रहेगा और वक्त भी आसानी से कट जाएगा।

  • दिमाग की एक्सरसाइज करें। पजल्स सॉल्व करें, इससे आपकी याददाश्त तेज रहेगी, समस्या को सुलझाने का कौशल और आईक्यू बढ़ेगा।

  • तनाव को दूर करने के लिए और अपनी अच्छी सेहत के लिए ध्यान करें। ध्यान आपको अनिश्चितता के समय में मन की शांति पाने में मदद कर सकता है। एक शांत स्थान ढूंढें, कुछ मोमबत्तियाँ जलाएं और कुछ चिकित्सीय ध्यान संगीत के साथ अपने दिमाग को फ्रेश करें ।