हिमालय के अर्धमानव यति से जुड़े अनसुलझे रहस्य


हिमालय की दुनिया रहस्यों से भरी हुई है। इस पर्वतमाला की कई चोटियां हैं, जिनमें सबसे ऊंची चोटी एवेरस्ट है। इसकी ऊंचाई 8850 मीटर है। हर साल बड़ी संख्या में लोग एवरेस्ट की यात्रा करते हैं, जहां दुर्गम मार्ग के चलते कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कभी-कभार पर्यटक राह भी भटक जाते हैं।




इस दौरान उन्हें अनसुलझे रहस्यों का सामना करना पड़ता है, जो उनके मन-मस्तिष्क को झंकझोर देता है। हाल के दिनों में हिमालय पर दिखे जाने वाले यति की चर्चा फिर से तेज हो गई है। यति को लेकर विशेषज्ञों में मतभेद है। कुछ जानकर इसे हिम भालू बताते हैं, तो कुछ जानकार इसे अर्धमानव कहते हैं। इस बारे में उनका कहना है कि यति की चाल-ढाल मानवों जैसी है। आइए, यति से जुड़े रोचक तथ्य जानते हैं-



यति क्या है


यह हिमालय पर पाया जाता है। इसके पदचिन्हों को कई बार देखा गया है। जबकि कई पर्वतारोहियों ने यति को देखने का पहले भी दावा किया है। हालांकि, इसका कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है। यह नेपाल, तिब्बत और भूटान के हिमालय क्षेत्रों में रहता है।


यति से जुड़े अनसुलझे रहस्य 


यति के बारे में पहली बार सर एडमंड हिलेरी और तेनज़िंग नोर्गे ने जानकारी दी थी। तेनजिंग ने अपनी बायोपिक में लिखा है कि उनके पिता ने यति को कई बार देखा है, लेकिन उसने यति को कभी नहीं देखा है। हालांकि, यति के पदचिन्हों को उन्होंने जरूर देखा। इसके बाद से यति के हिमालय में मौजूद होने की चर्चा तेज हो गई।


इससे पहले Eric Shipton ने भी यति के पदचिन्हों को देखने का दावा किया था। शिप्टोन के अनुसार, यति 7 फ़ीट लंबा होगा। जबकि उसके पदचिन्ह 13 इंच का था। उस समय नेपाल सरकार ने यति को पकड़ने का आदेश दिया था, लेकिन आज तक यति से किसी का सामना नहीं हुआ है।


इस बारे में पर्वतारोही Reinhold Messner का कहना है कि जब वह राह भटक गया था तो उसने यति को देखा था, जो बहुत डरवाना था। वह बिल्कुल इंसान जैसा दिखता था। इसके बाद उस रात को भी यति को देखा, लेकिन अंधेरा होने की वजह से अधिक समय तक उसे नहीं देख पाया। आज भी यति प्रासंगिक है। हिमालयन जीव को लेकर कई शोध भी किए गए हैं, लेकिन परिणाम अभी भी अस्पष्ट है। ऐसा कहा जाता है कि तिब्बत के लोग इससे डरते हैं और इसकी पूजा करते भी हैं।