एम्स ट्रॉमा सेंटर में कोरोना का इलाज करा रहे पत्रकार ने की खुदकुशी


नई दिल्ली I दिल्ली के एम्स ट्रॉमा सेंटर में कोरोना वायरस (कोविड-19) का इलाज करा रहे पत्रकार के मौत की आधिकारिक जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सोमवार (6 जुलाई) को यह जानकारी दी। एम्स ट्रॉमा सेंटर में यहां कोविड-19 का इलाज करा रहे 37 वर्षीय पत्रकार की सोमवार (6 जुलाई) अपराह्न अस्पताल की इमारत की चौथी मंजिल से कथित तौर पर नीचे कूदने के बाद मौत हो गई। एम्स के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। 


अधिकारियों ने बताया कि पत्रकार एक हिंदी अखबार में काम करता था और उत्तरपूर्वी दिल्ली के भजनपुरा इलाके में रहता था। घटना की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा, "मैंने एम्स निदेशक को तुरंत इस घटना की आधिकारिक जांच करने का आदेश दिया जिसके बाद उन्होंने उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया। यह समिति 48 घंटों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।"


वहीं, पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) देवेंद्र आर्य ने कहा कि यह घटना करीब दो बजे की है। एक व्यक्ति ट्रॉमा सेंटर की चौथी मंजिल से कूद गया, उसे अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया था। अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि समर्पित कोविड-19 केंद्र में बदल दिए गए ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टरों ने उसका फौरन इलाज शुरू किया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। 


एम्स ने एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया कि पत्रकार को एम्स के जयप्रकाश नारायण अपेक्स ट्रॉमा सेंटर में 24 जून को कोविड-19 की वजह से भर्ती कराया गया था। उसकी हालत में सुधार हो रहा था और उसे आईसीयू से सामान्य वार्ड में स्थानांतरित किए जाने की तैयारी थी। पूर्व में इसी साल मार्च में यहां जी बी पंत अस्पताल में उसके दिमाग के ट्यूमर का ऑपरेशन हुआ था। बयान में कहा गया कि ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान उसे मानसिक दौरे आते थे जिस पर न्यूरोलॉजिस्ट और मनोचिकित्सक ने उसे देखा और दवा दी।


अस्पताल ने बयान में कहा, “परिवार के सदस्यों को उसकी हालत के बारे में लगातार जानकारी दी जाती थी। आज करीब एक बजकर 55 मिनट पर वह टीसी-1 से बाहर भागा जहां वह भर्ती था। अस्पताल के कर्मचारी उसके पीछे भागे और उसे रोकने की कोशिश की। वह चौथी मंजिल पर चला गया और वहां उसने एक खिड़की का शीशा तोड़ नीचे छलांग लगा दी।” इसमें कहा गया कि पत्रकार को तत्काल एक एंबुलेंस से ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू ले जाया गया। उसे बचाने की कोशिश की गई, लेकिन दुर्भाग्य से अपराह्न तीन बजकर 35 मिनट पर उसकी मौत हो गई।