अगले दो से तीन महीने सेब के भाव बिक सकता है आलू


लखनऊ I आलू के दाम एक बार फिर से आसमान पर हैं। फुटकर बाजारों में यह 30 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। कारण इस बार प्रदेश में इसका उत्पादन 20 प्रतिशत कम हुआ है। ऊपर से लगातार दूसरे राज्यों को भी यहां से आपूर्ति जारी है। ऐसे में अगस्त -सितम्बर में आलू के भाव सातवें आसमान पर पहुंचने की आशंका व्यक्त की जा रही है।


बताया जाता है कि उत्पादन कम होने से अबकि किसानों को दाम अच्छे मिले हैं। इस समय व्यापारी कोल्ड स्टोरों पर किसानों से 20 से 22 रुपये किलो की दर से आलू खरीद रहे हैं। जिस प्रकार से दूसरे राज्यों को निर्यात जारी है अगर उसे नहीं रोका गया तो यहां आलू के दाम इस समय के भाव से डेढ़ से दोगुने हो सकते हैं। कारण कोल्ड स्टोरों में इस समय 74 लाख टन के आसपास आलू बचा है। 20 से 22 लाख टन बीजों के लिए रखा जाना है जबकि प्रति माह 5 से 6 लाख टन लोकल खपत के लिए जरूरत होगी। नया आलू नवम्बर के अन्त में आएगा। ऐसे में कम से कम 30 लाख टन घरेलू खपत के लिए रखने के बाद करीब 18-20 लाख टन ही अतिरिक्त आलू बचता है। दूसरी तरफ निर्यात जारी रहने पर तीन महीने में अतिरिक्त आलू जल्द समाप्त हो जाएगा।  


आलू उ‌त्पादन के मामले में प्रदेश की स्थिति
-यूपी देश का सबसे बड़ा आलू उ‌त्पादक राज्य है।
-यूपी में 6.14 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में इसकी खेती होती है।
-वर्ष 2018 में यूपी में 147.77 लाख टन आलू का उत्पादन हुआ था जबकि गत वर्ष यह आंकड़ा 110 लाख टन के करीब रहा।   
-देश का 31 से 34 प्रतिशत आलू का उत्पादन यूपी में होता है।
-प्रदेश में कुल 1909 कोल्ड स्टोर है।
-इनकी भण्डारण क्षमता 154.54 लाख टन है।
-इस साल इन कोल्ड स्टोरों में मार्च के अन्त तक बमुश्किल 98.20 लाख टन का ही भण्डारण हो सका।
-अप्रैल से हर माह इन कोल्ड स्टोरों से 05 से 06 लाख टन घरेलू खपत के लिए आलू निकाला जा रहा है।
-दूसरे राज्य को भी लगातार हर महीने दो से तीन लाख टन आलू भेजा जा रहा है। 


प्रदेश में आलू उ‌त्पादन वाले प्रमुख जिले
आगरा, फिरोजाबाद, कन्नौज, फर्रुखाबाद, बुलन्दशहर, अलीगढ़, कानपुर, बदायूं, बरेली, प्रयागराज, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, सुलतानपुर, गोरखपुर, फतेहपुर, हाथरस,मैनपुरी, मथुरा तथा इटावा।