आज से हो रहा है नक्षत्र परिवर्तन, इन लोगों के लिए अगले 60 दिन होंगे कठिन


2020 का ये साल पूरी दुनिया के लिए ही बहुत बेहतर साबित नहीं हुआ। कोरोना के साथ ही उसके साइड इफेक्ट्स हर आदमी को इफेक्ट कर रहे हैं। अगले 15 दिन में होने वाले नक्षत्र परिवर्तनों के कारण भी काफी कुछ बड़े बदलाव और घटनाएं देखने को मिलेंगी, ऐसा नक्षत्रों के जानकारों का कहना है। केतु, गुरु नक्षत्र और शनि का नवांश परिवर्तन लोगों के जीवन में कई तरह के शुभ और अशुभ परिवर्तन लाएगा।


शुक्रवार को केतु मूल नक्षत्र में और 27 जुलाई को गुरु पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में और 8 अगस्त को शनि नवांश परिवर्तन कर रहा है। शुक्र अभी रोहिणी नक्षत्र में है, जो कि सामान्य गति से बढ़ता रहेगा। बुध और सूर्य दिनांक 2, 5 से 10 अगस्त तक बुरे प्रभाव देंगे और दिनांक 31 अगस्त को त्रिग्रही बुध, शुक्र और सूर्य शुभ नहीं हैं।


गुरु का नक्षत्र परिवर्तन


गुरु का नक्षत्र परिवर्तन 27 जुलाई को हो रहा है और 30 सितंबर 2020 तक इसका प्रभाव रहेगा। यह नक्षत्र परिवर्तन बहुत महत्वपूर्ण है। गुरु जीव को बोलते हैं और गुरु हमेशा शुभ रहता है, लेकिन पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र शुक्र का है और जो अभी इस समय खराब है यानि कि यह ग्रह हमको बुरे परिणाम दे देगा। भरणी, पूर्वाफाल्गुनी, पूर्वाषाढ़ा, अश्लेषा, रेवती, जेष्ठा, मृगशिरा, चित्रा, घनिष्ठा, पुनर्वसु, विशाखा और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र वालों को सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है। यह परिवर्तन उनके लिए खराब है।


इससे बचने के लिए लोगों को संयम से जीवन जीने की जरूरत है। इसके अलावा विवाद की स्थिति न बने, इसलिए वाणी में भी संयम बरतने की बेहद जरूरत है। कोई भी जरूरी कागजात, त्वचा, प्रोस्टेट, छोटी यात्रा, मोटापा, सरकार से संबंधित और लिखावट से आपको कोई समस्या आ सकती है।


इन लोगों के लिए मुश्किल समय


धनु राशि, धनु लग्न और धनु नवांश को 40 से 60 दिन कष्ट उठाने पड़ सकते हैं। वृषभ राशि, वृषभ लग्न और वृषभ नवमांश के लिए भी 45 दिन बहुत अच्छे नहीं रहेंगे। मकर राशि, मकर लग्न और मकर नवमांश को भी सावधान रहना चाहिए। इन तीनों का समय अशुभ है। दिनांक 23 सितंबर 2020 को केतु के वृश्चिक राशि में प्रवेश करने के साथ ही समय अच्छा हो जाएगा।


29 सितंबर से बदलेगा समय


29 सितंबर को गुरु का नक्षत्र परिवर्तन होगा। वह बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा यानि कि सभी के लिए समय शुभ होगा। जिन राशियों, लग्न और नवमांश को परेशानी और कष्ट उठाने पड़े हैं। उन सभी के लिए यह परिवर्तन महत्वपूर्ण होगा और धीरे-धीरे सभी को लाभ होगा।


बड़े षड्यंत्र का खुलासा होगा


माना जा रहा है कि नक्षत्रों के परिवर्तन के कारण अक्टूबर और नवंबर में कोई बड़े षड्यंत्र का खुलासा होगा। भूकंप और सुनामी आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इस साल में अब तक कई बार अलग—अलग जगह भूकंप पहले से महसूस किया गया है। आने वाले समय में भी किसी प्राकृतिक आपदा की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।


ये करें उपाय


ऐसे वक्त में सबसे जरूरी है आप अपना ध्यान रखें। वैसे भी कोरोना काल में ये सबसे जरूरी चीज साबित हुई है कि आप हर तरह से अपना खयाल रखें। अपने शरीर का ध्यान रखें और मौन व्रत धारण करें तो बेहतर है। इसे भी एक तरह की सोशल डिस्टेंसिंग के साथ वर्बल डिस्टेंसिंग मान सकते हैं। घर पर हनुमान जी की तस्वीर के सामने सुबह और शाम आप सरसों के तेल का दीपक जलाना बेहतर रहेगा। सरसों के तेल का दीपक सुबह 9:00 बजे से पहले और सांयकाल 7:00 बजे के बाद जलाना बेहतर रहता है। पक्षियों के दाना-पानी की व्यवस्था करें। सूर्य भगवान को जल में हल्दी मिलाकर अर्ध्य प्रतिदिन दें। शिवलिंग पर दूध और पानी का जलाभिषेक करें।


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