200 अपराधी पुलिस के रडार पर, संपत्ति होगी जब्त


लखनऊ । कानपुर के दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद लखनऊ में भी अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। हालांकि, पांच महीने में दर्जनभर से अधिक एनकाउंटर हो चुके हैं, लेकिन कानपुर की घटना के बाद अब पुलिस बदमाशों का पूरा नेटवर्क ध्वस्त करने का मूड बना चुकी है। 


बीते दस दिनों में पुलिस ने 200 माफियाओं, बड़े अपराधियों व इलाके के बदमाशों की लिस्ट बनाई है। इनकी संपत्ति जब्त करने से लेकर अवैध तरह से बनाई गई बिल्डिंगों पर बुल्डोजर चलाने की तैयारी है। अपराध किया तो अब खैर नहीं। वहीं, लखनऊ समेत आसपास के जिलों में हत्या, डकैती, रंगदारी समेत तमाम बड़ी वारदातों को अंजाम अंजाम देने वाले 30 बड़े अपराधी कहां है, ये अभी पुलिस को भी नहीं पता, इनका पता लगाने के लिए पुलिस ने जाल बिछाया है। 


फरार अपराधियों की धरपकड़ के लुकआउट नोटिस


लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में कई बड़ी वारदातों में शामिल रहे 30 फरार बड़े अपराधियों का पता लगाने के लिए पुलिस और खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गईं हैं। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि राजस्थान, छतीसगढ़, समेत कुछ अन्य राज्यों को लुकआउट नोटिस जारी की गई है, जिससे लखनऊ में विभिन्न बड़ी आपराधिक वारदातों में शामिल रहे बदमाशों का पता लगाया जा सके। 200 अपराधियों की लिस्ट बनाई गई, जिसमें पुलिस टीमों ने कड़ी मशक्त के बाद 150 अपराधियों का पुलिस सत्यापन भी कर लिया है। उनसे बारी-बारी से सख्ती से पूछताछ की जाएगी। चेन, पर्स लूट समेत अन्य वारदातों में शामिल लुटेरों की भी अलग से लिस्ट बनी है, जिसमें कई का पुलिस सत्यापन हो चुका है।इसके अतिरिक्त राजधानी व आसपास के जिलों में सक्रिय गैंगों को भी चिन्हित करने का काम अलग से चल रहा, इसके लिए भी पुलिस टीमों का गठन हुआ है।