यूपी-बिहार में आकाशीय बिजली गिरने से 129 लोगों की मौत


नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश और बिहार में गुरुवार को बिजली गिरने से 129 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 50 से अधिक लोग झुलस भी गए हैं। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शोक जताया है। भाजपा अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से पीड़ित परिवारों की मदद करने के लिए कहा है। बिहार में गुरुवार को आकाशीय बिजली गिरने से जहां 97 लोग तो वहीं उत्तर प्रदेश में 32 लोगों के मौत की खबर है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों के निधन का दुखद समाचार मिला। राज्य सरकारें तत्परता के साथ राहत कार्यों में जुटी हैं। इस आपदा में जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट कर संवेदना जताई। उन्होंने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर भारी बारिश और बिजली गिरने के कारण हुए जान-माल के नुकसान के बारे में जानकर मुझे अत्यंत दुख पहुंचा है। इस दुर्घटना में कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। मैं मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।


वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिहार और यूपी के बीजेपी कार्यकर्ताओं को स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर पीड़ित परिवारों की मदद करने के लिए कहा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश के कई स्थानो पर बिजली गिरने और भीषण बारिश के कारण कई लोगों के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। मैं पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। इस संकट की घड़ी में भाजपा के कार्यकतार् स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर प्रभावित लोगों को हर संभव मदद करेंगे।


दोनों राज्यों के सीएम ने 4-4 लाख रुपए देने की घोषणा की
उत्तर प्रदेश और बिहार के मुख्यमंत्री ने आकाशीय बिजली से हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया है। सीएम योगी ने अधिकारियों को पूरी तत्परता से प्रभावितों को राहत और मदद पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घायलों के समुचित इलाज के भी निर्देश दिए हैं। वहीं, सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं। पदाधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिया है कि मृतकों के आश्रितों को आज ही उनके घर जाकर चार-चार लाख का चेक अनुग्रह अनुदान के रूप में दें।