यहां हो क्रॉस का निशान तो नहीं होता कोई अनिष्‍ट


प्रत्‍येक व्‍यक्‍ति की हथेलियों में बुध पर्वत के नीचे चन्द्रमा का पर्वत स्‍थित रहता है। यह हथेली के जड़ को स्पर्श करता है। चंद्र पर्वत से व्यक्ति के मन और आर्थिक स्थिति को जान सकते हैं। इस पर्वत से आकस्मिक दुर्घटनाओं के बारे में भी पता लगाया जा सकता है। यह पर्वत व्यक्ति के स्वभाव और उसकी सोच के बारे में भी बहुत कुछ बताता है। हस्‍तरेखा विशेषज्ञ जयप्रकाश के अनुसार चंद्रमा का व्‍यक्‍ति के जीवन पर बहुत असर पड़ता है।


यदि चन्द्रमा का पर्वत हथेली में उभार लिए हुए है तो उत्तम है। ऐसे लोगों का मन मजबूत होता है और उनमें सोचे हुए कार्य करने की ताक़त होती है।  अगर चन्द्रमा का पर्वत ज्यादा उभार लिए हुए है तो व्यक्ति कल्पनाशील होता है। इससे इनकी ज्यादातर योजनाएं धरी रह जाती हैं और कभी भी पूरी तरह क्रियान्वित नहीं हो पाती।


चंद्र पर्वत का दबा होना मन को कमजोर करता है। इससे व्यक्ति मलीन और उदास रहता है। ऐसा व्‍यक्‍ति अधिकांश समय नकारात्मक विचारों से घिरा रहता है। वह जब भी बात करेगा तो वे निगेटिव ही होंगी।  चंद्र पर्वत पर बहुत सारी रेखाएं व्यक्ति को चिंतित रखती हैं।  हालांकि इससे व्यक्ति की रचनात्मक क्षमता भी पता चलती है  चंद्र पर्वत पर क्रॉस हो तो व्यक्ति को जल से भय होता है। ऐसे लोगों को नदी और तालाब से दूर रहना चाहिए।  चंद्र पर्वत पर तिल हो तो व्यक्ति मानसिक रूप से कमजोर होता है।  इस पर्वत पर ज्यादा क्रॉस हों या कालापन हो तो मानसिक बीमारी हो जाती है।  इस पर्वत पर वर्ग होने से व्यक्ति हर तरह के अनिष्ट से बच जाता है।


 (इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)