वृद्ध और गरीबों की सेवा से चमक उठेगा यह ग्रह

शनि फलित ज्योतिष का सबसे चर्चित विषय है। इसमें भी शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या को लेकर हर एक व्यक्ति के मन में डर बना रहता है। साढ़ेसाती आने पर उसके जीवन में संघर्ष बढ़ने लगता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि कमजोर या पीड़ित हो तो ऐसे में उस व्यक्ति को अपने कॅरियर में बहुत दिक्कतें आती हैं। प्रोफेशनल लाइफ अच्छी नहीं होती और कुंडली में शनि की दशा अच्छे परिणाम नहीं देती। जब किसी भी व्यक्ति पर शनि की साढ़ेसाती चल रही होती है तो उस समय जीवन में संघर्ष और उतार-चढाव बहुत बढ़ने लगते हैं। कुंडली में शनि कमजोर होने से जीवन में संघर्ष हो या फिर शनि की साढ़ेसाती चल रही हो तो ऐसे में समस्‍याओं के निदान के लिए कुछ सरल और श्रेष्ठ उपाय यहां बताए जा रहे हैं। यह उपाय है वृद्ध, विकलांग और गरीब की सेवा।

शनि को ज्योतिष में वृद्धावस्था का कारक ग्रह माना गया है और विकलांग, गरीब एवं जरूरतमंद लोगों का प्रतिनिधित्व भी शनि ग्रह करता है। ऐसे में वृद्ध, विकलांग, गरीब एवं जरूरतमंद व्यक्तियों की सेवा और उनके साथ अच्छा व्यव्हार करने से शनि के अच्छे परिणाम मिलते हैं ऐसे में वृद्ध लोगों की सेवा और देखभाल करने के साथ ही उनके साथ अच्छा व्यवहार कुंडली का शनि को मजबूत करता है। इससे शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के दुष्परिणाम भी कम हो जाते हैं।
(ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)