उत्तर प्रदेश में अनलॉक के पहले ही दिन खुलकर सड़कों पर निकले लोग


लखनऊ । अनलॉक की प्रक्रिया एक जून से शुरू होते ही अन्य गतिविधियां तेज हो गई हैं। सोमवार को  उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लोग पहले ही दिन सामान्य दिनों की तरह सड़कों पर निकले। कुछ लोग दुकानों पर खरीदारी में व्यस्त दिखे तो तमाम दुकानदारों ने दुकानों की साफ-सफाई की। राज्य के भीतर बसों का संचालन भी शुरू हो गया है। हालांकि पहले दिन कम यात्री बस अड्डों पर पहुंचे। औद्योगिक इकाइयां भी शुरू हो गई हैं। स्टेशनों पर ट्रेनों की भी आवाजाही बनी रही।


वाराणसी में अनलॉक-1 के तहत सोमवार को सभी दुकानें खुलीं लेकिन नई व्यवस्था के तहत। ऑड-ईवन की तर्ज पर वाराणसी में सड़क के एक तरफ की दुकानें और दफ्तर खुले। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर बनारस आने और यहां से गंतव्य को जाने वालों की भीड़ रही, लेकिन मंदिर और घाटों पर पुलिस का पहरा लगा रहा। बस अड्डों, रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डे पर चहल-पहल रही। आजमगढ़, गाजीपुर, चंदौली, मीरजापुर, भदोही, जौनपुर, मऊ, बलिया, सोनभद्र भी यही हाल रहा।


गोरखपुर व बस्ती मंडल में अनलॉक के पहले दिन लोग सामान्य दिनों की तरह सड़कों पर निकले तो फिजिकल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना भूल गए। रोडवेज बसों का सामान्य संचलन शुरू हो गया। हालांकि यात्रियों की संख्या कम दिखी। विशेष ट्रेनों का भी आवागमन शुरू हो गया। टेक्सटाइल से जुड़ी दो बड़ी इकाइयों में भी काम शुरू हो गया। बथवाल उद्योग में भी उत्पादन शुरू हो गया। अब तक जिले में 60 फीसद औद्योगिक इकाइयां शुरू हो चुकी हैं। कानपुर में बसों का आवागमन सामान्य होने लगा है। सोमवार को सुबह 7:45 बजे गोमती एक्सप्रेस दिल्ली के लिए रवाना हुई।


अनलॉक के पहले चरण में सोमवार को बंदिशें टूटीं तो दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के शहरों में जनजीवन पटरी पर लौटता दिखाई पड़ा। गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, यानी सभी जिलों में आम दिनों की अपेक्षा सड़कों पर भीड़ अधिक दिखी। हालांकि, उप्र एनसीआर में कोरोना संक्रमितों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए अनलॉक-1 में भी दिल्ली-उप्र बॉर्डर को पूरी तरह सील करने का निर्णय के कारण प्रमुख मार्गों- काङ्क्षलदी कुंज, डीएनडी, चिल्ला बॉर्डर, झुंडपुर, हरि दर्शन पुलिस चौकी के पास दिल्ली से लगी सीमा, यूपी गेट, भोपुरा बॉर्डर आदि पर जाम की स्थिति भी बनी रही।


इधर, नोएडा के सेक्टरों- 62, 63, 65 सहित तमाम जिलों के औद्योगिक क्षेत्रों में फैक्ट्रियों में काम ने भी रफ्तार पकड़ी। मास्क लगाकर सतर्कता बरतते हुए कामगार फैक्ट्रियां पहुंचे। वहीं, शहर के बाजारों में भी खूब चहल पहल नजर आई। लेकिन कई जगह शारीरिक दूरी के पालन की अवहेलना तो हुई ही, कुछ लोग बिना मास्क के भी घूमते नजर आए।


इधर, अनलॉक-1 में सोमवार को जब अस्पतालों में ओपीडी चालू हुई तो मरीजों की भीड़ लग गई। कई अस्पतालों में शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं होता मिला। रोडवेज बसों का संचालन शुरू होते ही नियमों की धज्जियां भी उड़ती नजर आईं।


मेरठ में सोमवार को पूर्ण लॉकडाउन रहा। यहां सिर्फ दूध और दवाई की दुकानें ही खुलीं। अंतरजनपदीय रोडवेज बस सेवा शुरू हुईं। आसपास के जिलों सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, बिजनौर व बुलंदशहर में अनलॉक-1 का असर दिखा। यहां दुकानें खुलीं और ग्राहक भी आए। रोडवेज सेवा भी बहाल हो गई और ट्रेन भी गुजरीं। अलीगढ़ से सोमवार को कई ट्रेनें गुजरीं। हालांकि, रेलवे बोर्ड ने अंतिम समय में दिल्ली से कानपुर की ओर जाने वाली ब्रहमपुत्र, महानंदा, गोमती, प्रयागराज, पूर्वा, वैशाली को रद कर दिया।


बसों का भी संचालन एहतियात के साथ शुरू किया गया। यहां मौजूद टास्क फोर्स कमेटी के सदस्य पुलिसकर्मियों के सहयोग से यात्रियों को सैनिटाइज कराने के साथ बनी बेरिकेडिंग से गुजार रहे थे। बिना मास्क के किसी भी यात्री को आने-जाने की छूट नहीं थी। बाजार भी सामान्य दिनों की तरह खुले। बरेली परिक्षेत्र में सोमवार को 120 बसों को संचालन हुआ। पहले दिन करीब 1800 यात्रियों ने सफर किया। आगरा मंडल में बंदिशों के साथ सोमवार से जिंदगी अनलॉक होने लगी। कंटेनमेंट जोन को छोड़कर बाकी स्थानों पर दुकानें खुलीं। मैनपुरी और मथुरा के बाजारों में भी चहल-पहल दिखी देने लगी। सड़कों पर भी रोडवेज की बसों का भी संचालन हुआ।