सूर्य ग्रहण क्‍या असर डालेगा आप पर

ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार सूर्य-ग्रहण की स्थिति हमेशा केवल अमावस्या तिथि को ही बनती है और इस बार भी आषाढ़ी अमावस्या 21 जून रविवार के दिन सूर्य ग्रहण होगा। इस बार का यह सूर्य ग्रहण कई कारणों से बहुत विशेष होगा। इसमें पहली बात यह है कि यह सूर्य ग्रहण पूरे चार घंटे की लम्बी अवधि तक रहेगा। दूसरी, इस बार का सूर्य ग्रहण रविवार यानि के सूर्य द्वारा अधिकृत वार को ही पड़ रहा है। तीसरी सबसे विशेष बात यह यह है कि इस सूर्य ग्रहण में सूर्य का लगभग 94 प्रतिशत भाग ग्रसित हो जाएगा जिससे दिन में रात्रि का अनुभव होगा। इसलिए ये सूर्य ग्रहण भोगौलिक, सामाजिक और व्यक्तिगत रूप से सभी पर बहुत गहरा प्रभाव करेगा।

 

सूर्य ग्रहण का समय और सूतक
21 जून को होने वाले सूर्य ग्रहण को अगर भारतीय भूभाग के हिसाब से देखें तो यह सुबह 10 बजे शुरू होगा। दोपहर 12 बजे ग्रहण का मध्य होगा और दोपहर 2 बजकर 30 मिनट पर ग्रहण समाप्त हो जाएगा। यानि सुबह 10 से दोपहर ढाई बजे तक चार घंटे का ग्रहण रहेगा। ग्रहण का सूतक 20 जून शनिवार की रात 10 बजकर 20 मिनट पर ग्रहण से 12 घंटे पहले शुरू हो जायेगा और ग्रहण समाप्त होने तक रहेगा।

 

सूर्य ग्रहण का प्रभाव-
21 जून होने वाले सूर्य ग्रहण की समय अवधि लम्बी होगी और सूर्य का अधिकांश भाग ग्रसित होगा। ऐसे में सूर्य ग्रहण का प्रभाव भी समान्य से ज्यादा तीव्र और अधिक समय के लिए रहेगा। अगले एक से डेढ़ महीने के बीच बड़ी प्राकृतिक आपदाएं जैसे अतिवर्षा आंधी तूफ़ान भूकंप जैसी स्थितियां देखने को मिलेंगी। सामाजिक स्तर पर भी लोगों में वाद-विवाद और अशांति बढ़ेगी। देश की सीमाओं और संवेदनशील क्षेत्रों पर भी षड़यंत्र और विवाद की स्थिति बन सकती है। लोगों में मानसिक तनाव, चिड़चिड़ापन और गुस्सा बढ़ेगा। वर्तमान में पूरा विश्व कोरोना वायरस की चपेट में है। सूर्य ग्रहण इसकी तीव्रता को और बढ़ाएगा। 21 जून के आसपास के दिनों में देश में कोरोना संक्रमण की तीव्रता बढ़ेगी और बड़ी संख्या में नए मामले सामने आएंगे। कोरोना कई विशिष्ट व्‍यक्‍तियों को अपनी चपेट में ले सकता है।

 

रशियों पर यह होगा ग्रहण का प्रभाव
यह सूर्य ग्रहण मिथुन राशि में पड़ रहा है। ऐसे में इसका सर्वाधिक असर भी मिथुन राशि पर ही प्रभाव पड़ेगा। मिथुन राशि के लोगों को बहुत सावधानी रखनी होगी। नकारात्मक विचारों और मानसिक तनाव से बचना होगा। अपने स्वास्थ्‍य को लेकर भी बहुत सचेत रहना होगा। कर्क, वृश्चिक और मीन राशि पर भी ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

राशियों पर यह होगा ग्रहण का असर

मेष- आपके लिए ये समान्य है पर छोटे भाई-बहनो के साथ कुछ विवाद बढ़ सकते हैं। उनके साथ किसी भी तरह की बहस ना करें।
वृष- इस ग्रहण का सीधा प्रभाव आपकी वाणी पर पड़ेगा और गुस्सा बढ़ेगा। अपने व्‍यवहार को संयमित रखें वरना आपके सभी काम बिगड़ सकते हैं।
मिथुन- जीवन में संघर्ष और मानसिक तनाव बढ़ेगा। स्‍वास्‍थ्‍य में उतार-चढ़ाव रहेंगे। अपना ध्यान रखें। मानसिक तनाव और नकारात्मक विचारों को हावी ना होने दें।
कर्क- आपके जीवन में धन खर्च बढ़ेगा और आर्थिक हानि या पैसों का नुकसान की आशंकाएं भी बनेंगी। किसी तरह के लेनदेन को बहुत सावधानी के साथ करें।
सिंह-आपके लिए ये समान्य है। बड़े भाई-बहनों के साथ मतभेद चरम पर हो सकते हैं।
कन्या- प्रोफेशनल लाइफ को लेकर मानसिक दबाव बढ़ेगा। बॉस और सीनियर्स से सतर्क रहें। वाद-विवाद से बचें।
तुला-कार्यों में अड़चने आएंगी और अधिक प्रयास के बाद ही आपके काम पूरे होंगे।
वृश्चिक-संघर्ष बढ़ेगा। स्वास्थ्‍य में उतार-चढाव आएगा। स्वास्‍थ्‍य के प्रति सचेत रहें। वाहन चलाने में सावधानी रखें।व्यर्थ के विवादों से दूर रहें।
धनु- वैवाहिक जीवन में तनाव बढ़ेगा। अपने व्यव्हार को संयमित रखें। जीवनसाथी के स्वास्थ्‍य में उतार-चढाव संभव है।
मकर-विरोधियों पर विजय मिलेगी। बेकार के विवादों से बचें। बहस ना करें वरना आपके लिए समस्‍याएं बढ़ सकती हैं।
कुम्भ- बच्चों के साथ विवाद बढ़ेंगे। अपने गुस्से पर भी नियंत्रण रखें।
मीन- गृहक्लेश बढ़ेगा। व्यवहार को सौम्य रखें। छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा ना करें। प्रॉपर्टी से जुड़ा लेनदेन अभी न करें।

 

ऐसे बचें ग्रहण के नकारात्‍मक प्रभाव से
-आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
-गायत्री मंत्र का जाप करें।
-हनुमान चालीसा का पाठ करें।
-जरूरतमंद व्यक्ति को गेहूं या भोजन दान करें
(ये जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)