सिर्फ 3 से 5 मिनट करें बात, कोरोना वायरस से रहेंगे सेफ


कानपुर। अनलॉक-1 लागू होने के बाद छूट मिली तो लोग बेपरवाह हो गए। जगह-जगह सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ने लगीं तो नए फॉर्मूले पर काम शुरू हो गया है। स्टेट कोरोना नोडल अधिकारी के साथ आई टीम ने डॉक्टरों और स्वास्थ्य विभाग को नए फॉर्मूले के तहत टिप्स देकर लोगों को नई तरह से जीवनशैली अपनाने की सलाह दी है। इसमें सभी के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। फॉर्मूले के तहत अगर लोग सिर्फ 3 से 5 मिनट तक सामने खड़े होकर किसी से बात करेंगे तो कोरोना वायरस से सुरक्षित रहेंगे। पांच मिनट से ज्यादा मुखातिब होने से संक्रमण मिलने के आसार बन सकते हैं।


दिल्ली से आए स्टेट नोडल अधिकारी मृत्युंजय नारायण सिंह और डॉक्टरों की टीम ने हैलट और उर्सला अस्पताल के डॉक्टरों ने मंत्रणा की। इस दौरान उन्होंने शोध के आधार पर बताया कि कोई कोरोना संक्रमित होगा तो उसके सामने पांच मिनट तक रहने में संक्रमण मिलने के आसार न के बराबर हैं लेकिन उससे ज्यादा का समय के बाद वायरस की चपेट में आ सकते हैं। ऐसे में लोग कहीं भी जाएं, वेंडर से खरीदारी करें तो कोशिश यही हो कि 3 से 5 मिनट में काम निपटाकर वहां से हट जाने की आदत डाल लें, इससे वायरस का खतरा आपको बचाता रहेगा।


गतिविधियों के बीच मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन नहीं हो पा रहा है तो यह तरीका आपको बचा लेगा। इसके साथ ही अस्पतालों मे लाइन न लगाएं, हालांकि अगर डॉक्टर को दिखाने के लिए मरीज-तीमारदार कतार लगाते भी हैं तो सीधे न लगकर जिकजैक का ध्यान रखें, ऐसे में वे संक्रमण से बच सकते हैं। इस संबंध में अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. रामायण प्रसाद यादव का कहना है कि टीम ने बैठक और बातचीत में सोशल डिस्टेंसिंग का नया फॉर्मूला साझा किया है। जल्द काम करने की आदत कोरोना से बचाव का बेहतर तरीका है। तीन मिनट में खतरे सबसे कम हैं। पांच मिनट की डेडलाइन का पालन सभी को करना होगा तभी कोरोना वायरस से बचे रहेंगे।