लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संकट के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस दूरदर्शिता, सकारात्मक सोच के साथ सही फैसले लिए, उसी का नतीजा रहा कि दुनिया के विकसित देशों की अपेक्षा भारत में संक्रमितों की संख्या व मौत के आंकड़े काफी कम हैं।
देश की 130 करोड़ जनता की ताकत का एहसास आज पूरी दुनिया कर रही है। एमएसएमई सेक्टर उत्तर प्रदेश की ताकत थी। मगर आजादी के बाद लगातार इस क्षेत्र की उपेक्षा हुई। प्रधानमंत्री ने दूसरे चरण में इस सेक्टर से जुड़े लोगों, पटरी व्यवसाई, युवा छात्र, कामगारों-श्रमिकों के कल्याण के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के बड़े आर्थिक पैकेज की घोषणा की। इससे देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिली।
मुख्यमंत्री ने रविवार को केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूर्ण होने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के पार्टी पदाधिकारियों को बधाई दी। इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल समेत पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी, क्षेत्रीय पदाधिकारी व पार्टी के जिलाध्यक्ष वीडियो कांफ्रेसिंग से जुड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर संगठन का कार्य कैसे हो सकता है, इसका आप सबने बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि जब कामगार और श्रमिक उत्तर प्रदेश वापस आन लगे तो उस समय देश और दुनिया की निगाह इस पर लगी हुई थी कि सबसे सघन आबादी वाला प्रदेश इससे कैसे निपटेगा। सरकार और संगठन के बेहतर समन्वय ने कोरोना की जंग आसान की। एक-एक कार्यकर्ता और सभी जनप्रतिनिधियों के सहयोग से हम लोग बहुत अच्छे ढंग इस स्थिति का सामना करने में सफल हुए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के आगरा में जब कोरोना का पहला केस आया था तो मरीज को इलाज के लिए दिल्ली भेजना पड़ा था। उस समय कोरोना संकट से निपटने के लिए प्रदेश में एक भी कोविड अस्पताल, लैब व अन्य जरूरी सुविधाएं नहीं थी। मगर आज लेवल-1, लेवल-2 व लेवल-3 के 1 लाख 1 हजार बेड उपलब्ध हैं।