लोनार झील का पानी लाल, लोग हैरान; कारण जानने में जुटे वैज्ञानिक


बुलढाणा । पूरी दुनिया में पिछले कुछ दिनों से विचित्र घटनायें हो रहीं हैं। आकाश में नए-नए ग्रह तो धरती पर कोरोना का कोहराम। ऐसे में महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में भी एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। इस जिले में मौजूद लोनार झील ( Lonar lake )  का पानी अचानक लाल रंग का नजर आने लगा है। पानी के रंग में अचानक आये बदलाव के कारण का पता लगाया जा रहा है।    


 लोनार तहसीलदार ने एएनआइ को बताया, "पिछले 2-3 दिनों में हमने देखा है कि झील के पानी का रंग बदल गया है। वन विभाग को इसका नमूना एकत्र कर इसका कारण जानने के लिए कहा गया है।"


बता दें कि लोनार झील के रहस्यों से पूरी दुनिया परिचित है। हाल ही में इसके रंग में हुए बदलाव को देखकर कर हर कोई हैरान है। झील के पानी के रंग में इस तरह का बदलाव पहली बार देखा गया है, जिसे देख नासा तक के वैज्ञानिक हैरान है। लोगों ने इसकी जानकारी वन-विभाग अधिकारियों को दे दी है। स्थानीय प्रशासन ने भी इसका कारण जानने के लिए कार्रवाई शुरु कर दी है।   


कैसे बनी लोनार झील


महाराष्ट्र के बुलढाणा में बनी झील बेहद रहस्‍यमी मानी जाती है। दुनिया भर की एजेंसियां इस झील का पता लगाने में कई वर्षों से लगी हुई है। लगभग 7 किलोमीटर के व्‍यास में फैली ये झील आकार में गोल है। इसकी गहराई 150 मीटर है, वैज्ञानिकों का कहना है कि इस झील का निर्माण उल्‍का पिंडा के गिरने से हुआ होगा। 


पानी के रंग को लेकर वैज्ञानिकों का मत


झील के पानी के रंग बदलने को लेकर वैज्ञानिकों का अलग-अलग मत है। कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि, 'झील में हैलोबैक्टीरिया और ड्यूनोनिला सलीना नाम के फंगस के चलते ही झील का पानी लाल हुआ है।' कुछ दिन पहले आए निसर्ग तूफान के कारण जोरदार बारिश हुई इस वजह से हैलोबैक्टीरिया और ड्यूनोनिला सलीना कवक झील की तलहट में बैठ गए। जिसकी वजह से इसका पानी लाल नजर आने लगा। हालांकि इस बारे में वैज्ञानिक अपने ही तथ्यों को पक्का नहीं बता पा रहे हैं। उन्हें लगता है कि झील के पानी के लाल होने की कुछ और ठोस कारण भी हो सकते हैं।