लखनऊ में महिला की मौत, 31 नए मरीज


लखनऊ। राजधानी में कोरोना की दहशत बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को केजीएमयू में भर्ती मरीज की मौत हो गई। इसके अलावा सीएम हेल्पलाइन कॉल सेंटर के 24 कर्मचारियों सहित 31 मरीज मिले। कॉल सेंटर के मरीजों की संख्या 42 हो गई है। अन्य मरीजों में लविवि का प्रोफेसर और लोकबंधु अस्पताल का डॉक्टर भी है। राजधानी में कुल मरीजों की संख्या 585 हो गई है। इनमें 430 यहां के मूल निवासी हैं। इससे पहले राजधानी में चार मरीजों की मौत हो चुकी है। दूसरे जिलों के भी चार लोग दम तोड़ चुके हैं। फूलबाग की 63 वर्षीय वृद्धा को छह जून को केजीएमयू में भर्ती कराया गया था। उन्हें डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की समस्या थी। किडनी अभी इलाज चल रहा था। उनकी जांघ की हड्डी टूट गई थी। इस दौरान कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें भर्ती कर लिया गया था। केजीएमयू मीडिया प्रभारी डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि महिला को डायबिटिक नेफ्रोपैथी की समस्या थी। शुरुआती दौर में डायबिटिज नियंत्रित हो गई थी, लेकिन अन्य समस्याएं होने से हालात में पूरी तरह से सुधार नहीं हो पाया। शुक्रवार को उनकी मौत हो गई। उधर, कॉल सेंटर के कर्मचारियों के लिए गए 120 नमूनों में से 24 की रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजिटिव आई। इससे पहले यहां के 18 कर्मी संक्रमित निकल चुके हैं। वहीं, शुक्रवार को निरालानगर में एक ही परिवार के तीन लोग संक्रमित मिले। इसमें दो महिलाएं हैं। परिवार का एक सदस्य पहले ही पॉजिटिव आ चुका है। अन्य मरीजों में एक एलडीए कॉलोनी कानपुर रोड और दूसरा तेलीबाग के अवध नगर का है। लविवि का प्रोफेसर भी पॉजिटिव मिला। इससे पहले यहां की एक प्रोफेसर और उनके पति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। लविवि में सामने आया शुक्रवार को पॉजिटिव मिले लविवि के प्रोफेसर पहले पॉजिटिव निकली महिला प्रोफेसर के विभाग के हैं और उनके साथ मीटिंग में थे। कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि महिला प्रोफेसर के संपर्क में आने वाले 15 शिक्षकों को आइसोलेशन में जाने को कहा गया था। इनमें से 14 का कोरोना टेस्ट निगेटिव आया, जबकि एक प्रोफेसर पॉजिटिव निकले। इसके बाद ज्यादातर विभाध्यक्षों ने अपने विभाग एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया है। डॉक्टर भी चपेट में कोरोना मरीजों के इलाज में लगे लोकबंधु अस्पताल के डॉक्टर में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्हें वार्ड में भर्ती किया गया है। इससे पहले केजीएमयू के एक और रामसागर मिश्रा अस्पताल के दो डॉक्टर पॉजिटिव मिले हैं। अब तक आठ नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ भी पॉजिटिव मिल चुका है। निवास का नहीं किया खुलासा पॉजिटिव मिले कॉल सेंटर के कर्मचारियों के निवास की सूची तैयार की गई है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने इसका खुलासा नहीं किया। इसके पीछे तर्क है कि इन स्थानों को चिह्नित कर क्वारंटीन करने के बाद खुलासा किया जाएगा। दूसरी वजह यह भी बताई जा रही है कि स्थान का खुलासा होने से संबंधित कर्मचारियों का वहां रहना मुश्किल हो सकता है।