लखनऊ में असमंजस के बीच चले ऑटो और ई-रिक्शा, खाली निकली बसें


लखनऊ । ऑटो, टैम्पों और ई-रिक्शा चलेंगे या नहीं इसे लेकर कोई स्पष्ट गाइड लाइन न होने की वजह से ऊहापोह की स्थिति बनी रही। सोमवार को गोमती नगर से स्कूटर इंडिया, मड़ियांव से राजाजीपुरम तक ऑटो दौड़ते नजर आए। यात्रियों की कमी के चलते महज तीस फीसद ही संचालन हुआ। ज्यादातर ऑटो रेलवे और बस स्टेशन के आसपास चक्कर लगाते मिले लेकिन सवारियां कम थीं। वहीं चौक, रकाबगंज, राजाबाजार, पांडेयगंज, चारबाग, मवैया जैसे इलाकों में ई रिक्शा मनमानी पर उतारू दिखे। कुछ जगहों पर ओला उबर कुछ देर दिखीं लेकिन बुकिंग कर किया जाने वाला विधिवत संचालन नहीं दिखा।


चलीं 45 सिटी बसें, नहीं मिले यात्री


नगर बसों का संचालन सुबह आठ बजे से शुरू हो गया। बस प्रबंधन का आलमबाग, कैसरबाग और चारबाग बस अड्डों पर संचालन का ज्यादा जोर रहा। यात्री न होने के कारण सभी रूटों पर बस सेवा नहीं चली। सिटी बस के एमडी आरके मंडल के अनुसार कुल 45 बसों का संचालन किया गया। इनमें चार इलेक्ट्रिक और शेष सीएनजी बसें हैं।


तीन से चलेंगे ऑटो और विक्रम


दोपहर बाद ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ कार्यालय में आरटीओ रामफेर द्विवेदी, एआरटीओ प्रशासन संजय तिवारी एवं संजीव गुप्ता के साथ लखनऊ ऑटो रिक्शा थ्री व्हीलर संघ के अध्यक्ष पंकज दीक्षित, किशोर वर्मा और विक्रम टेंपो एसोसिएशन राजेश राज की बैठक में हुई । इसमें तीन जून से संचालन की सहमति बनीं। बिना मॉस्क के यात्री नहीं बैठेगा, गाड़ियों में सैनिटाइजर रखना होगा। हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही यात्री काे वाहन में बैठने की अनुमति मिलेे। चालक को भी मॉस्क लगाना होगा।