लाकडाउन में सुरक्षित, अनलाक में ही शाहजहांपुर हुआ असुरक्षित


शाहजहांपुर । लाकडाउन में सभी सुरक्षित रहे। सिर्फ गिने चुने केस ही कोरोना के थे, लेकिन जैसे ही अनलाक-1 शुरू हुआ। शासन ने लोगों की ढील दी, सब गैर जिम्मेदार हो गए। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा दी गईं। सड़कों पर आम दिनों की तरह भीड़ दिखाई देने लगी। लाकडाउन फोर तक जहां बीस मरीज भी नहीं थे। अनलाक में 70 मरीज हो गए। बढ़ते संक्रमितों का सिलसिला देखते हुए शोर तो सब मचा रहे हैं, लेकिन पाबंदियों का पालन कम ही लोग कर रहे हैं। यही समय है पाबंदियों का पालन करने का। अपनी जिम्मेदारी दिखाने का। क्योंकि हम सुरक्षित हैं, तो सब सुरक्षित हैं।


रामनगर कालोनी में भयभीत हैं लोग


रामनगर कालोनी का एक बुजुर्ग किसी के संपर्क में आया। उसकी रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई। दूसरे दिन पास के ही मोहल्ला दिलाजाक में संक्रमित महिला पाई गई, फिर तीसरे दिन बुजुर्ग की पत्नी और बहू की रिपोर्ट पाजिटिव आई। रामनगर कालोनी को हाट स्पाट बना दिया गया। कालोनी वासी भयभीत हैं, क्योंकि बुजुर्ग की कोई ट्रेविलंग हिस्ट्री नहीं हैं। इसलिए लोगों में भय है। कहीं न कहीं कोई संक्रमित आया, जिस कारण यह सब हुआ। वह कौन है। किसी को कुछ पता नहीं।


बाहर से आए लोगों की दें सूचना


लाला तेली बजरिया में दिल्ली से लौटी एक महिला संक्रमित पाई गई। एरिया को सील कर दिया गया। दो दिन बाद मोहल्ले का ही एक युवक संक्रमित पाया गया। वह एरिया भी सील कर दिया गया। कोरोना अपनी चेन बना रहा है। इस चेन को हमें तोड़ना होगा। हमें अपने घरों पर रहना होगा। बाहर से आए लोगों से दूरी बनानी होगी। बाहर से आए लोगों के परिवार वालों को भी चाहिए कि सूचना दें, ताकि उनकी जांच कराई जा सके।


अपने ही प्रति लापरवाही बरत रहे लोग


जिले में शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में हर दिन कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। शाहजहांपुर जिले में अभी तक 67 कोरोना संक्रमित मिले हैं। कई शहरी इलाकों व गांवों को प्रशासन की ओर से हॉट स्पॉट घोषित किया जा चुका है, लेकिन प्रशासन से मिली ढील की वजह से लोग बेपरवाह होकर घूम रहे हैं। अपने ही प्रति लापरवाही बरत रहे हैं। अकेले के काम के लिए तीन-तीन लोग बाहर निकल रहे हैं। हॉट स्पॉट क्षेत्रों के लोग बहाना बनाकर निकल रहे हैं, जो सड़कों पर देर रात तक फर्राटा भर रहे हैं। बढ़ रही लापरवाही से दिन पर दिन कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता ही जा रहा है।


पुलिस कर्मी लापरवाही न बरतें, कंधों पर है जिम्मेदारी


शहर के तिराहों-चौराहों पर तैनात पुलिस कर्मी मास्क नहीं लगाने वालों का चालान करते दिखाई देते हैं। नियमों का पालन नहीं करने पर जुर्माना वसूलते हैं। सोमवार को बाइक पर सवार दो पुलिस कर्मी जेल रोड से निकले। बाइक चला रहे पुलिस कर्मी ने गमछे से मुंह ढक रखा था, लेकिन बाइक के पीछे बैठा पुलिस कर्मी न ही मास्क लगाए था। न ही गमछा लपेटे हुए था। थोड़ी दूर जाकर पुलिस कर्मी ने मास्क लगाया। पुलिस कर्मियों को भी सावधानी बरतने की जरूरत है। उनके ऊपर काफी जिम्मेदारियां हैं। पुलिस कर्मी हाट स्पाट एरिया में ड्यूटी कर रहे हैं। कोरोना संक्रमित केस मिलने की सूचना पर भी दौड़ते हैं।


कार्रवाई से बचने के लिए गले में टांग लिया मास्क


संक्रमित मामलों का सिलसिला थम नहीं रहा है। बाजारों में आम दिनों की तरह भीड़ दिखाई दे रही है। लोग जानकर भी लापरवाह दिखाई दे रहे हैं, जो जागरुक हैं। वह मास्क लगाकर घरों से निकल रहे हैं, लेकिन कुछ लोग तो आम दिनों की तरह निकल रहे हैं। कुछ लोग पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए मास्क गले में टांग लेते हैं। पुलिस को देखते ही मास्क मुंह पर लगा लेते हैं। ऐसे लोग किसी को नहीं, बल्कि खुद को धोखा दे रहे हैं। परिवार को धोखा दे रहे हैं। दुकानों की बात करें, तो लोग सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जिया उड़ा रहे हैं।


सड़कें सूनी और आबाद दिख रही गलियां


शहर की सड़कों की बात करें, तो सुबह-शाम भीड़ दिखाई देती है, दोपहर को सन्नाटा पसरा रहता है। वहीं, गलियां दिनभर आबाद दिखाई दे रही हैं। जितनी भीड़ बाजारों में नहीं है। उससे कहीं ज्यादा भी गलियों में दिखाई दे रही है। हर कोई चबूतरों पर बैठा दिखाई देता है। उनके साथ तीन-चार लोग और बैठे दिखाई देते हैं। कोरोना से बचने के नियमों पर चर्चा करते हैं, लेकिन पालन कोई नहीं करता है। ऐसे में कोरोना से कैसे जंग जीती जा सकती है।