नई दिल्ली I कोरोना वायरस के रफ्तार पकड़ने से देश में कुल संक्रमितों की संख्या रविवार को चार लाख के पार पहुंच गई। बीते कुछ दिनों से लगातार रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। यहां तक कि पिछले एक लाख मामले सिर्फ आठ दिनों में ही सामने आ गए। इससे पहले एक लाख का आंकड़ा प्राप्त करने में दस दिनों का समय लगा था।
मार्च के आखिरी सप्ताह में देशव्यापी लॉकडाउन लागू होने की वजह से पहले एक लाख मामलों में 78 दिनों का समय लगा था। एक्सपर्ट्स का मानना है कि लॉकडाउन की वजह से ही यह संभव हो पाया कि पहले एक लाख मामले 78 दिनों में आए। प्रधानमंत्री मोदी ने देश में लॉकडाउन तब लागू करने का ऐलान किया था, जब तकरीबन 600 मामले ही मिले थे।
कोरोना के 75 फीसदी मामले 19 मई से लेकर 20 जून के अंदर दर्ज किए गए हैं। रविवार सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए डाटा के अनुसार, देश में अभी कोविड-19 से कुल संक्रमितों की संख्या 410461 पहुंच गई है। पिछले एक दिन में 15,413 नए मामले सामने आए हैं। अभी तक 1,69,451 सक्रिय मरीज हैं और 227756 लोग ठीक हो चुके हैं। मरने वालों की संख्या बढ़कर 13,254 हो गई है।
अगर हम पिछले एक महीने के संक्रमित मरीजों के डाटा की तुलना करें तो 17 मई से लेकर 17 जून तक तो यह 4.6 फीसदी से बढ़कर 7.8 फीसदी हो गया है। ICMR ने बताया है कि अब तक 66 लाख लोगों की टेस्टिंग की जा चुकी है, जिसमें से 6.3 फीसदी लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें से पिछले एक दिन में 1,90,730 लोगों की टेस्टिंग की गई है।
आईसीएमआर में महामारी विज्ञान और संचारी रोग के पूर्व प्रमुख डॉ. ललित कांत कहते हैं कि हम अभी तक संक्रमण के चरम पर नहीं पहुंचे हैं। यह स्वाभाविक है कि जब हम ज्यादा टेस्टिंग करेंगे तो ज्यादा मामले सामने आएंगे। वहीं, कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर की अर्थव्यवस्था को पिछले कुछ महीनों में गहरा धक्का लगा है। चीन के वुहान से दुनिया के तकरीबन सभी देशों में फैल चुके वायरस ने अब तक साढ़े चार लाख लोगों की जान ले ली है।