कोरोना को हराना है तो बॉडी में 'Vitamin K' ठीक रखिए


नीदरलैंड में एक तरफ जहां कुछ लोग जिंदगी की जंग हार गए, लेकिन वहीं कुछ लोग ऐसे थे जिन्होंने विटामिन-के की बदौलत जिंदगी की जंग जीतने में काफी हद तक सफलता पा ली।


नीदरलैंड के शोधकर्ताओं ने पाया है कि चीज में मिलने वाला विटामिन-के रक्त का थक्का जमने और फेफड़ों के तंतु नष्ट होने से बचाता है। जबकि कोरोना के मरीजों में यही दो समस्याएं ज्यादा जानलेवा साबित हुई हैं।


शोधकर्ताओं ने पाया कि कोरोना के जिन संक्रमितों की मौत हुई या जो आईसीयू में जिंदगी से जूझ रहे हैं, उनमें कई तरह के विटामिन की कमी पाई गई। इनमें विटामिन के प्रमुख है। यह चीज में प्रमुखता से मिलता है। शोधकर्ता रॉब जैनसेन ने कहा कि कोविड-19 मरीजों में रक्त का थक्का जमना जानलेवा साबित हुआ है। फेफड़ों में लचीले तंतु नष्ट होने के कारण भी उन्हें बचाना मुश्किल हुआ।


भरपूर विटामिन-के लें : 
विटामिन-के हरी पत्तेदार सब्जियां , पालक, अंडे और चीज के जरिये हमारे शरीर में जाता है। शोधकर्ता अब इन नतीजों पर क्लिनिकल ट्रायल भी शुरू करने जा रहे हैं।


30 दिन तक कोरोना पीड़ितों पर किया गया शोध
318 मरीजों पर शोध ने निष्कर्ष निकाला


खुराक बढ़ाकर महामारी को हराएं-
मुख्य शोधकर्ता रॉब जैनसेन का कहना है कि स्वस्थ लोग विटामिन-के की खुराक बढ़ाएं। इस तरीके से रक्त नलिकाओं, हड्डियों और फेफड़ों को मजबूत रखेंगे और महामारी को हरा पाएंगे।
 
जापान ने भी माना-
लंदन में कार्यरत जापान के वैज्ञानिकों ने भी कहा है कि उनके देश के जिन क्षेत्रों में नैटो का प्रचुर मात्रा में सेवन किया जाता है, उन इलाकों में कोविड-19 से एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई।