कोरोना के एक्टिव केस हुए 4365, सर्वाधिक 18 लोगों की मौत


लखनऊ । उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की जांच में जैसे-जैसे तेजी आ रही है एक्टिव केस भी बढ़ रहे हैं। मंगलवार को 10563 नमूनों की। रिपोर्ट जारी की गई तो उसमें से केवल 389 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं 10174 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अब हर दिन 10 हजार से लेकर 15 हजार तक नमूने जांचे जा रहे हैं तो एक्टिव केस भी बढ़ रहे हैं। अब एक्टिव केस 4365 हो गए हैं, जबकि हफ्ते भर पहले 3324 एक्टिव केस थे। यानी हफ्ते भर में करीब 24 फीसद बढ़े। अभी यूपी की आबादी 23.15 करोड़ के हिसाब से संक्रमित केस मात्र 0.0048 फीसद ही हैं। अब तक प्रदेश में 11335 कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं।


उत्तर प्रदेश में मंगलवार को सर्वाधिक 18 लोगों की मौत हुई। इससे पहले 28 मई को एक दिन में 15 लोगों ने दम तोड़ा था। अब तक कुल 301 लोगों की मौत हुई है। वहीं 325 मरीज और स्वस्थ हुए। अब तक 6669 मरीज ठीक हो चुके हैं यानी 59 फीसद स्वस्थ हो चुके हैं। मंगलवार को जिन 18 लोगों की मौत हुई उनमें आगरा, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, देवरिया में दो-दो लोगों की मौत हुई और लखनऊ, कानपुर, बस्ती, अलीगढ़, बिजनौर, संत कबीरनगर, मुजफ्फरनगर व सीतापुर में एक-एक व्यक्ति ने दम तोड़ा।


यूपी में मंगलवार को जो 389 नए मरीज मिले उनमें गाजियाबाद में 41, आगरा में 13, मेरठ में 12, नोएडा में 28, लखनऊ में 14, कानपुर में 15, मुरादाबाद में चार, वाराणसी में चार, रामपुर में 17, जौनपुर में 16, बस्ती में दो, बाराबंकी में सात, अलीगढ़ में सात, हापुड़ में सात, बुलंदशहर में तीन, सिद्धार्थनगर में चार, अयोध्या में पांच, गाजीपुर में पांच, अमेठी में 12, आजमगढ़ में तीन, संभल में पांच, बहराइच में एक, संतबकबीर नगर में आठ, मथुरा में दो, सुल्तानपुर में दो, गोरखपुर में चार, मुजफ्फरनगर में दो, देवरिया में चार, रायबरेली में आठ, लखीमपुर खीरी में चार, गोंडा में पांच, अमरोहा में पांच, अंबेडकरनगर में एक, बरेली में दो, इटावा में छह, हरदोई में आठ, महाराजगंज में चार, कन्नौज में दो, जालौन में नौ, बदायूं में तीन, भदोही में दो, झांसी में 10, चित्रकूट में एक, मैनपुरी में तीन, मिर्जापुर में दो, फर्रुखाबाद में एक, उन्नाव में पांच, बागपत में चार, औरैय्या में दो, श्रावस्ती में एक, एटा में दो, हाथरस में तीन, चंदौली में आठ, कानपुर देहात में पांच, शाहजहांपुर में एक, कासगंज में तीन, कुशीनगर में तीन, महोबा में चार, सोनभद्र में 10 और हमीरपुर में तीन रोगी पाए गए हैं।


24 घंटे में 5375 संदिग्ध कराए गए भर्ती : अभी तक 391286 लोगों के नमूनें जांच के लिए लैब भेजे जा चुके हैं। इसमें से 377667 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। यानी इनमें कोरोना वायरस नहीं पाया गया। 2284 की रिपोर्ट आना बाकी है। उधर प्रदेश भर में बीते 24 घंटे में 5375 संदिग्ध मरीजों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया।


111 और प्रवासी श्रमिक संक्रमित मिले : यूपी में दूसरे राज्यों से आए 111 प्रवासी श्रमिक संक्रमित पाए गए। अभी तक 3093 प्रवासी मजदूर कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। मंगलवार तक 1428209 प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। इसमें से 94029 प्रवासी श्रमिकों के नमूनें जांच के लिए लैब भेजे जा चुके हैं।


अंबेडकरनगर के सीएमएस की कोरोना से मौत : अंबेडकरनगर जिले में महात्मा ज्योतिबा फुले संयुक्त जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संत प्रकाश गौतम की कोरोना से मौत हो गई। वह एसजीपीजीआइ लखनऊ में इलाज करा रहे थे। डॉ. संत प्रकाश गौतम (58 वर्ष) की तीन जून की रात में तबीयत खराब हो गई थी। उन्हेंं जिला चिकित्सालय में ही भर्ती कराया गया था। हालत बिगडऩे पर चार जून को उन्हें एसजीपीजीआइ रेफर कर दिया गया। यहां इलाज हो रहा था। पांच जून को उनमें कोरोना की पुष्टि हुई। दो दिन से वह वेंटिलेटर पर ही थे। सोमवार को उनकी हालत में सुधार भी हुआ था, लेकिन मंगलवार दोपहर उनकी मौत हो गई। जिला चिकित्सालय से रेफर किए जाने के दौरान ही सीएमएस का शुगर लेवल हाई हो गया था और एक्सरे रिपोर्ट में भी कोरोना के लक्षण मिले थे।


अस्थायी जेलों में आए 16 बंदी कोरोना पॉजिटिव : कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। कोरोना काल में वजूद में आईं अस्थायी जेलों में आने वाले बंदी भी इस संक्रमण से मुक्त नहीं। अस्थायी जेलों में आए 16 बंदी अब तक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लॉकडाउन के दौरान जेलों में कोरोना की दस्तक के बाद शासन ने बड़ा कदम उठाया था। सभी बंदियों को पहले अस्थायी जेलों में 14 दिनों तक क्वारंटाइन किए जाने के निर्देश हैं। इसके बाद ही बंदियों को मुख्य कारागार में भेजा जाता है। यही वजह है कि वर्तमान में सूबे की 71 जेलें कोरोना मुक्त हैं। सूबे के 51 जिलों में अब तक 67 अस्थायी जेल बनाई गई हैं। इन अस्थायी जेलों में करीब 2510 बंदी निरुद्ध हैं। अस्थायी जेलों में तब्लीगी जमाती व 167 विदेशी नागरिक भी बंद हैं। बंदियों को अस्थायी जेल में रखने के दौरान ही पहले उनका कोरोना टेस्ट कराया जाता है। जिन बंदियों की रिपोर्ट निगेटिव आती है, उन्हें क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद मुख्य जेलों में भेजा जाता है।