इम्युनिटी बढ़ाने के लिए शुरू हुई गिलोय, अश्वगंधा और तुलसी की बागवानी


कोरोना का संक्रमण जैसे-जैसे बढ़ रहा है, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली चीजों की डिमांड और उत्पादन भी वैसे-वैसे बढ़ता जा रहा है। प्रयागराज में अब प्रतिरोधक बढ़ाने के लिए गिलोय, तुलसी और अश्वगंधा के पौधों को बागीचे में रोपने की तैयारी है। सबसे ज्यादा अश्वगंधा का पौधा रोपा जाएगा क्योंकि गिलोय अभी भी पर्याप्त मात्रा में जिले में हो रही है, लेकिन अश्वगंधा की कमी है। 


कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए आयुष मंत्रालय एडवाजरी जारी कर चुका है। जिसमें देसी नुस्खों को शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर बताया गया है। यहां तक की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने भाषणों में काढ़ा पीने के लिए सलाह देते हैं। इसी के चलते आयुर्वेदिक उत्पादों की मांग भी बढ़ती जा रही है। इस क्रम में गिलोय, तुलसी और अश्वगंधा की मांग बढ़ गई है। उद्यान अधीक्षक सीमा सिंह राणा का कहना है कि इस बार एक पूरा प्लॉट अश्वगंधा के लिए तैयार कर लिया गया है। यहां पर अश्वगंधा का पौधा रोपा जाएगा। इस बार पार्क खुलने के बाद से अब तक सैकड़ों लोगों ने इन पौधों की मांग की है। ऐसे में अब तैयारी शुरू हो गई है। यहां पर गिलोय और तुलसी भी पर्याप्त मात्रा में उगाया जा रहा है। 


वन विभाग तैयार करेगा 50 हजार पौधे
वन विभाग ने पांच औषधीय पौधों की नर्सरी तैयार करने की योजना बनाई है। इन नर्सियों में 50 हजार से अधिक अकेले अश्वगंधा के पौधे रोपे जाएंगे। डीएफओ वाईपी शुक्ला ने बताया कि इन पौधों को तैयार कर किसानों को दिया जाएगा। जिससे इन पौधों का उपयोग अधिक से अधिक लोग कर सके। 


इम्युनिटी बूस्टर है गिलोय
शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इन चीजों के इस्तेमाल को डॉक्टर भी उपयोगी मानते हैं। राजकीय आयुर्वेदिक संस्थान की मेडिकल अफसर डॉ श्वेता सिंह का कहना है कि रात में एक से डेढ़ इंच की गिलोय की गांठ को कूच कर एक कप पानी में भिगो दें और फिर सुबह इस पानी को उबाल लें। उबलते हुए पानी में तुलसी की कुछ पत्तियां डाल दें और फिर छान कर पी लें। अगर किसी को कड़ुआ लगता है तो शहद मिला सकता है, नहीं तो ज्यादा बेहतर है कि लोग इसे यूं ही पीएं। यह सबसे ज्यादा इम्युनिटी बूस्टर का काम करता है।