हरियाणा में लगातार दूसरे दिन आए भूकंप के झटके


रोहतक । हरियाणा में आज फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। राज्‍य में लगातार दूसरे दिन भूकंप के झटके लगे हैं। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 2.3 मापी गई है। इसका केंद रोहतक से 15 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण में था।    


इससे पहले बृहस्‍पतिवार को भी राज्‍य में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रोहतक सहित राज्‍य के अधिकतर हिस्‍से में शुक्रवार सुबह लोगों को भूकंप के झटके महसूस हुए। इससे घबराकर लोग घरों से बाहर आ गए। भूकंप सुबह 5.37 बजे महसूस किया गया।


दूसरी ओर रोहतक, दिल्ली और एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में बार-बार आ रहे भूकंप के झटकों ने विज्ञानियों को चिंता में डाल दिया है। पिछले कुछ दिनों से जमीन के अंदर लगातार हलचल देखने को मिल रही है। बता दें कि 29 मई के बाद बृहस्पतिवार को भी रोहतक में भूकंप के झटके लगे। बृहस्‍पतिवार को सुबह चार बजकर 18 बजे फिर से 2.10 रिक्टर स्केल पर भूकंप मापा गया है। इसके बाद भूकंप के झटके गए।


विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि अफगानिस्तान के हिंदूकुश क्षेत्र में जमीन के अंदर होने वाली हलचल या फिर भूकंप का सीधे तौर से रोहतक, दिल्ली और एनसीआर में प्रभाव पड़ता है। यहां आने वाले भूकंप के लिए हिंदूकुश क्षेत्र को अहम स्रोत माना जाता है।  


जिला राजस्व विभाग के डिजास्टर मैनेजमेंट के डिस्ट्रिक प्रोजेक्ट आफिसर (रोहतक-झज्जर) सौरभ धीमान ने बताया है कि हरियाणा के रोहतक सहित 12 जिले भूकंप के लिहाज से खतरनाक श्रेणी में माने जाते हैं। यह सभी शहर जोन चार में शामिल हैं। इन्हीं शहरों के निकट से भूकंप के लिए जिम्मेदार कही जाने वाली महेंद्रगढ़-देहरादून सब सर्फेस फॉल्ट लाइन गुजर रही है। जोकि दिल्ली से 52 किमी के दायरे में है।


उन्होंने  बताया कि जोन-तीन कम प्रभावित क्षेत्र माना जाता है। जबकि जोन-दो में भूकंप आने की बेहद कम संभावनाएं हैं। डिस्ट्रिक प्रोजेक्ट आफिसर का कहना है कि फॉल्ट लाइन के अंदर माना जा रहा है कि हलकी दरारें हैं। लेकिन इनकी गहराई और सही स्थान लेकर दरारें आने की सही वजह को लेकर लगातार अध्ययन हो रहा है।


51 साल में 197 बार भूकंप से कांपी रोहतक की धरती


डिस्ट्रिक प्रोजेक्ट आफिसर सौरभ का कहना है कि रोहतक में मई 1969 से अभी तक 197 बार भूकंप के झटके रिकार्ड किए जा चुके हैं। रोहतक से 20 किमी के दायरे में यह भूकंप के झटके आए। इनमें तीन या इससे रिक्टर स्केल पर 35 बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। अध्ययन में यह भी सामने आया है कि सुबह के वक्त ज्यादा भूकंप के झटके महसूस किए गए।


वहीं, रोहतक शहर और सांपला क्षेत्र से सटकर फॉल्ट लाइन गुजर रही है। लेकिन सिर्फ दो बार ही शहर से एक किमी के दायरे में भूकंप वाला क्षेत्र रहा। ज्यादातर ऐसा हुआ कि पांच किमी दूर या फिर 20 किमी तक के दायरे में ही रोहतक में भूकंप के झटके लगे।