हल्के लक्षण के कोरोना पॉजिटिव मरीज बिना जांच के 10 दिन में जा सकेंगे घर


लखनऊ । अब हल्के लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मरीज़ 10 दिन के बाद ही बिना नमूने जांच कराए घर जा सकेंगे। लेकिन उन्हें सात दिन तक होम क्वारंटाइन में रहना ज़रूरी होगा। अभी तक इस तरह के मरीज भी 14 दिन तक अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में रहते रहे हैं। इस सिलसिले में आईसीएमआर ने डिस्चार्ज को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है । इसमें कहा गया है कि हल्के लक्षण के संक्रमित मरीज़ों से संक्रमण का कोई खतरा नहीं होता है ।


स्वास्थ्य विभाग ने वृद्धाश्रम, बाल सुधार गृह में अभियान चलाकर वहां रैंडम टेस्टिंग की। सुल्तानपुर, कुशीनगर और जालौन में कुछ कोरोना संक्रमित वृद्ध पाए गए । इसी तरह बाल सुधार गृह में मेरठ और कानपुर नगर में कुछ बच्चे संक्रमित पाए गए। इन पांच ज़िलों के जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वहां के सभी वृद्धों, बच्चों और कर्मचारियों की नमूनें की जांच की जाए और संक्रमित होने पर अस्पताल भेजा जाए । 


शनिवार को 533 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं । अब तक कुल पॉजिटिव केस 17135 हो चुके हैं। 10369 ठीक होकर घर वापस जा चुके हैं। शनिवार को 22 मरीज़ों की मौत हो गई । इस तरह 529 कोरोना संक्रमितों की मौत पूरे सूबे भर में अब तक हो चुकी है। अब एक्टिव केस 6237 हैं। 


 यह जानकारी चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को अपर मुख्य सचिव गृह व सूचना अवनीश अवस्थी के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में दी । श्री प्रसाद ने बताया कि आशा वर्कर 17 लाख 75 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिकों की ट्रैकिंग कर चुकी हैं। पिछले 24 घंटों में 1567 श्रमिकों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं । इनके नमूने टेस्टिंग के लिए भेजे गए हैं । उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में 14048 टेस्टिंग हुईं हैं। इनमें पांच-पांच पूल टेस्टिंग के तहत 1571 पूल पांच-पांच नमूने वाले टेस्ट किए गए । दस-दस नमूने वाले 47 टेस्ट किए गए । अब तक करीब 543000 टेस्टिंग हो चुकी हैं । इस समय 6239 आइसोलेशन बेड पर मरीज़ हैं और 7062 मरीज़ क्वांरटाइन में हैं ।