यूपी में तीन हजार से ज्यादा हुए कोरोना वायरस के मरीज


लखनऊ। यूपी में गुरुवार को कोरोना संक्रमण की चपेट में आए लोगों की संख्या तीन हजार के पार चली गई। एक ही दिन में 73 नए केस सामने आने के साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 3071 हो गई है। मरीजों के उपचार के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश संसाधनों को लगातार बढ़ाया जा रहा है। राज्य में कोविड-19 के इलाज के लिए वेंटिलेटरों की संख्या बढ़ाकर 1300 तक पहुंचा दी गई है। 


अपर मुख्य सचिव सूचना व गृह अवनीश कुमार अवस्थी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने नियमित संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में 1250 कोरोना संक्रमित मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। इस समय यूपी में सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या 1759 है। गुरुवार को एक मरीज की मौत होने से अब तक कोरोना से कुल 62 लोगों की मौत हुई है। 


प्रमुख सचिव ने बताया कि राज्य के 67 जिलों में कोरोना वायरस पहुंच चुका है। आठ जिले कोरोना मुक्त घोषित कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना के इलाज के लिए निजी अस्पतालों में प्रशिक्षण दिया गया  है। इन अस्पतालों को सरकार 50 फीसदी कम मूल्य पर पीपीई किट मास्क आदि उपलब्ध कराएगी। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया है कि राज्य की 72 इकाइयों में सैनिटाइजर, मास्क और पीपीई किट बनाए जा रहे हैं। कोरोना के इलाज के लिए सभी जिलों में वेंटिलेटर लगा दिए गए हैं। 


शारजाह से 9 को यूपी आएंगे 177 भारतीय


सऊदी अरब  में फंसे भारतीय कामगारों को लेकर 9 मई को विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ान शारजाह से लखनऊ आएगी। इस उड़ान से 177 यात्री स्वदेश लौटेंगे। इन सभी यात्रियों को यहां आने के बाद उनके अपने जिलों में भेजकर वहीं क्वारंटीन किया जाएगा। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। 


शनिवार को एयर इंडिया की उड़ान संख्या आईएक्स 183 शाम को 8:30 बजे शारजाह से लखनऊ आएगी। इसके बाद 9:40 पर आईएक्स 184 यहां से दिल्ली के लिए रवाना होगी। शारजाह से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर ही डॉक्टरों की टीम स्क्रीनिंग करेगी। डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि लखनऊ से बस के जरिए यात्रियों को उनके जिलों में भेजा जाएगा। जिन यात्रियों में स्क्रीनिंग के दौरान कोविड-19 के लक्षण पाए जाएंगे उन्हें तुरंत अन्य लोगों से अलग कर क्वारंटीन किया जाएगा। उनके नमूने जांच के लिए भेजे जाएंगे। जांच रिपोर्ट में कोरोना निकला तो अस्पताल भेजा जाएगा। यदि रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उन्हें उनके जिलों के लिए रवाना कर दिया जाएगा।