मानसिक उथल-पुथल को शांत करने के साथ चेहरे पर चमक लाता है शशकासन


लॉकडाउन में घर में कैद होने के साथ देश-दुनिया में चल रही कई अप्रिय घटनाओं की वजह से लोगों को मानसिक उथल-पुथल का सामना करना पड़ रहा है। कई लोग तो ऐसे हैं, जो अपने परिवार के साथ रहते हुए भी हमेशा मानसिक अंशाति का अनुभव करते हैं। ऐसे में बहुत जरूरी है कि अपना ध्यान किसी रचनात्मक कार्य में लगाने के साथ अपने करीबियों के साथ फोन जुड़े रहें। इसके अलावा एक ऐसा आसन है, जो आपकी ऐसी ही कई समस्याओं को सुलझा सकता है। आइए, जानते हैं शशकासन से जुड़ी हुई खास बातें- 


क्या है शशकासन
शशकासन को शशांक आसन भी कहते हैं। इस योग मुद्रा के दौरान शरीर खरगोश के समान आकृति में आ जाता है इसलिए इसे शशकासन कहते हैं। संस्कृत भाषा में खरगोश को शशक: कहा जाता है, इसी आधार पर इस आसन का नाम शशकासन पड़ा।


मानसिक शांति और चेहरे पर प्राकृतिक चमके लिए जरूर करें 
यह आसन पेट, कमर व कूल्हों की चर्बी कम करके आंत, यकृत, अग्न्याशय व गुर्दों को बल प्रदान करता है। इस आसन के नियमित अभ्यास से तनाव, क्रोध,  चिड़चिड़ापन आदि मानसिक रोग भी दूर हो जाते हैं। साथ ही अगर आपका मन स्थिर नहीं रहता या आपको मानसिक परेशानी रहती है, तो यह मन को शांत करने के लिए सबसे बेहतर आसन है। वहीं, आपके चेहरे पर अगर दाग-धब्बे और चमक नहीं है, तो इस आसन से चेहरे पर नेचुरल ग्लो भी आता है। 


ऐसे करें शुरुआत
-शशकासन करने के लिए पहले आप पालथी लगाकर बैठ जाए। जिसे चौकड़ी लगाना भी कहते हैं और योग की दुनिया में इसे पद्मासन कहते हैं।
-अब अपने घुटनों को थोड़ा-सा लूज छोड़ें और दोनों हाथों को फैलाते हुए ऊपर की तरफ ले जाएं।
 -इस दौरान आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी होनी चाहिए। ऊपर की तरफ हाथ ले जाते हुए सांस अंदर भरें।
-अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए दोनों हाथों को आगे की तरफ लाएं। इस दौरान आपकी चिन यानी ठोड़ी फर्श पर टिकाने का प्रयास करें।
-ध्यान रखें कि जरूरी नहीं हर आसन आप पहली ही बार में पर्फेक्ट पोश्चर में कर पाएं। जैसे-जैसे मसल्स रिलैक्स और लूज होती रहेंगी आपके पोज बेहतर होते रहेंगे। -आप इस आसन को एक वक्त में 4 से 5 बार कर सकते हैं।