लखनऊ । कोरोना वायरस के इस बीच संक्रमण की गति को देखते हुए हुए देश में एक बार फिर दो सप्ताह का लॉकडाउन तय माना जा रहा है। जिन शहरों में इसका असर काफी व्यापक है, वहां को छोड़कर अन्य जगहों पर पाबंदियों में भी ढील मिलने की बात भी तय है।
उत्तर प्रदेश में ताजनगरी आगरा के साथ ही मेरठ, लखनऊ, कानपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, गौतमबुद्धनगर व गाजियाबाद में इसका असर कम नहीं हो रहा है। तमाम जतन के बाद भी बीते हफ्ते संक्रमितों तथा मौत की संख्या में रिकार्ड बढ़ोतरी होने से मामला काफी गंभीर होता जा रहा है। बीते दिनों गृह मंत्री अमित शाह की मुख्यमंत्रियों के साथ रायशुमारी के बाद भी लॉकडाउन के बढऩे के संकेत मिलने लगे थे।
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण ने जिस तेजी से पैर पसारे हैं, उसी रफ्तार से उससे निपटने के प्रबंध भी मजबूत हुए हैं। कोरोना संक्रमण के बाद ठीक होकर घर पहुंच रहे मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी लॉकडाउन में चरण दर चरण ढील देती चली गई। अब पांचवें चरण यानी लॉकडाउन-5 के लिए कसरत शुरू हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण के हालात की समीक्षा की है। उन्हेंं बता दिया गया कि उत्तरप्रदेश में व्यवस्थाएं बेहतर और स्थिति नियंत्रण में है। लॉकडाउन-5 के संबंध में जो भी दिशा-निर्देश केंद्र से जारी होंगे, उसके आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार उत्तर प्रदेश की गाइडलाइन तैयार की जाएगी।
लॉकडाउन के दौरान आर्थिक मोर्चे पर पेश आ रही चुनौतियों को देखते हुए पाबंदियों में कई तरह की ढील भी दी गई। इसी कारण पांचवें लॉकडाउन में भी ढील का दायरा भी बढ़ा जाएगा, लेकिन जहां पर सर्वाधिक संक्रमित हैं, वहां पर सख्ती भी बढ़ाई जा सकती है। इनमें उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साथ आगरा, मेरठ, गौतमबुद्धनगर, मुरादाबाद, कानपुर में सख्ती को बढ़ाया जा सकता है।