कोरोना वायरस से ठीक हुए मरीजों की आदत में आ रहा बदलाव


कोरोना को मात देकर घर लौटे मरीजों की डाइट बढ़ गई है। पौष्टिक आहार के साथ वह फल का सेवन कर रहे हैं। इन मरीजों ने बताया कि अस्पताल में दो-दो सप्ताह रहे। अब घर लौटने पर घर का खाना मिला तो भूख दोगुनी हो गई है। 


जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या साढ़े तीन सौ के पार पहुंच गई है। इन मरीजों में कोरोना संक्रमित 259 मरीज इलाज के बाद ठीक होकर घर जा चुके हैं। घर पहुंचने पर इन मरीजों की डाइट बढ़ गई है। सुबह नाश्ते में यह मरीज प्रोट्रीन डाइट ले रहे हैं। खाने में दही, दाल और हरी सब्जी के साथ रात में दूध पी रहे हैं। 


अपने आप बढ़ गई डाइट 
अमरावती से आए क्राकरी व्यापारी के संक्रमित हुए परिवार ने बताया कि जब से अस्पताल से लौटे हैं डाइट बढ़ गई है। समय से नाश्ता, खाना और डिनर कर रहे हैं। अस्पताल में बहुत कम मसाले और मरीजों वाला खाना मिल रहा था। अब परिवार के सदस्यों का कई किलो वजन बढ़ गया है। पूरे परिवार की तेजी से रिकवरी हुई है। अस्पताल से जो डाइट चार्ट बनाकर दिया था उसका पालन हो रहा है। 


खाने के साथ फल, सलाद डाइट में बढ़ा 
जागृति विहार निवासी फार्मासिस्ट जो अभी हाल में कोरोना को हराकर घर पहुंचे हैं उनका कहना है कोरोना संक्रमण से पहले भूख कम लगती थी। कई बार अस्पताल में दोपहर का खाना भी नहीं खाते थे, वह शाम को लौट आता था। अब ऐसा नहीं है। जबसे ठीक होकर घर आया हूं डाइट बढ़ गई है। रोटी, फल और दूध, दही की मात्रा बढ़ गई है। अब खाने में फल, सलाद की मात्रा बढ़ गई है। अब सुबह के नाश्ते के बाद दोपहर का खाना और डिनर समय से ले रहा है। 


कहना इनका... 


- डॉ. तुंगवीर सिंह आर्य, पेट रोग विशेषज्ञ, विभागाध्यक्ष, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज बताते है कि आइसोलेशन वार्ड में 14 से 25 दिन पूरे नियमों के साथ बिताने के बाद पाचन क्रिया बेहतर होने से अब इन मरीजों को भूख बढ़ गई है। जो मरीज ठीक होकर गए उनमें कई का फोन आया कि डाक्टर साहब भूख बहुत लग रही है। इन मरीजों को सलाह दी गई इसमें कोई घबराने की जरूरत नहीं, लेकिन डाइट के साथ योग, एक्सरसाइज जरूर करें। डाइट ज्यादा लेने पर इसकी कैलोरी बर्न करना भी जरूरी है 


जब हम रिलेक्स होते हैं तो ज्यादा लगती है भूख 
डॉ. अरविंद्र कुमार, एसोसिएट प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज कहते हैं कि जब हम रिलेक्स होते हैं तो भूख बढ़ जाती है। अच्छी भूख लगना रिकवरी रेट अच्छा है यह बताती है। हमारा शरीर और सभी आर्गंस ठीक से काम कर रहे हैं इससे यह पता लगता है। जब कोरोना संक्रमित मरीज वार्ड में इलाज करा रहे हैं तो वह टेंशन में थे। अस्पताल में भर्ती होने के बाद ही मरीज की भूख आधी हो जाती है। अस्पताल में कई सप्ताह रहे। ठीक से खाना पीना नहीं खा पाए ऐसे में अब घर पहुंचने पर भूख ज्यादा अच्छा है।