भारत में एक साल में टीका विकसित होने की उम्मीद कम : विशेषज्ञ


नई दिल्ली । कोरोना वायरस का टीका तैयार करने के लिए कई भारतीय कंपनियां प्रयास कर रही हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि देश में शोध अब भी शुरुआती चरण में है। अगले एक साल में किसी ठोस सफलता की संभावना कम ही है। ट्रांसलेशनल स्वास्थ्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, फरीदाबाद के कार्यकारी निदेशक गगनदीप कंग ने भारतीय कंपनियों का जिक्र करते हुए पिछले माह कहा था कि जाइडस-कैडिला दो टीकों पर काम कर रही है। 


जबकि सीरम इंस्टीट्यूट, बायोलॉजिकल ई, भारत बायोटेक, इंडियन इम्युनोलॉजिकल्स और मिनवैक्स एक-एक टीका विकसित कर रहे हैं। प्रमुख विषाणु विज्ञानी शाहिद जमील ने कहा कि भारत की टीका निर्माण की क्षमता उल्लेखनीय है और तीन भारतीय कंपनियां टीका तैयार करने की दिशा में काम कर रही हैं। भारत में कोविड-19 के टीके पर शोध विकास के बेहद शुरुआती चरण में है और किसी भी उम्मीदवार के जानवरों पर परीक्षण के चरण तक इस साल के अंत तक पहुंचने की उम्मीद है।


सीएसआईआर-सेलुलर एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा, अभी हम जो जानते हैं उससे, हम फिलहाल टीके के विकास के लिए उन्नत चरण में नहीं हैं। उन्होंने कहा,कंपनियां टीके के विकास की प्रक्रिया शुरू कर रही हैं लेकिन *जहां तक टीका बनाने वालों की बात है अब तक कुछ भी परीक्षण के चरण में नहीं है। 


उम्मीद-
 विशेषज्ञों ने कहा, किसी ठोस सफलता की कम ही है संभावना ।
- टीके को लेकर शोध विकास के बेहद शुरुआती चरण में।