कोरोना वायरस जोक्स शेयर करने पर होगी सजा, जानिए क्या है सच

व्हाट्सऐप पर इन दिनों एक मेसेज वायरल हो रहा है, जिसमें लिखा गया है कि अगर किसी ग्रुप पर कोविड-19 महामारी (कोरोना वायरस संक्रमण) को लेकर कोई मजाक गलती से भी शेयर किया गया तो इस पर ऐक्शन लिया जाएगा।



नई दिल्ली। व्हाट्सऐप पर इन दिनों एक मेसेज वायरल हो रहा है, जिसमें लिखा गया है कि अगर किसी ग्रुप पर कोविड-19 महामारी (कोरोना वायरस संक्रमण) को लेकर कोई मजाक गलती से भी शेयर किया गया, तो इसको लेकर ग्रुप एडमिन के खिलाफ धारा 68, 140 और 188 के उल्लंघन के तरह कार्रवाई की जाएगी। प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने इन मेसेज को फेक मेसेज बताकर खारिज कर दिया है।


पीआईबी फैक्ट चेक के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा गया है, 'सोशल मीडिया पर इस तरह के फेक मेसेज शेयर किए जा रहे हैं कि कोरोना वायरस को लेकर जोक्स शेयर करने से ग्रुप एडमिन और ग्रुप के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, इसलिए एडमिन दो दिन के लिए सभी ग्रुप बंद कर दें। यह फेक है और सरकार की ओर से ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया है।'


कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच सोशल मीडिया पर भी कई तरह के फेक मेसेज शेयर किए जा रहे हैं। इसी तरह से सोशल मीडिया पर एक मेसेज शेयर किया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि कोरोना वायरस संक्रमण को कंट्रोल करने के लिए डब्ल्यूएचओ (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन) ने लॉकडाउन को लेकर प्रोटोकॉल बनाया है और भारत में इसी आधार पर लॉकडाउन किया जा रहा है। बाद में डब्ल्यूएचओ ने ट्वीट कर सफाई दी कि इस तरह का कोई प्रोटोकॉल नहीं है। कोरोना वायरस से भारत से अभी तक 4200 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 110 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।