पाकिस्तान पर तो अब POK भी गंवाने का खतरा, भारत से बेहद भयभीत : योगी

नागरिकता संशोधन कानून जागरुकता रैली में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह तो नागरिकता देने का कानून है लेने का नहीं।



लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार के गया में नागरिकता संशोधन कानून जागरूकता रैली में पाकिस्तान के साथ ही विपक्ष को निशाने पर रखा। भाजपा के नागरिकता संशोधन कानून जागरूकता अभियान के प्रमुख नेताओं में एक योगी आदित्यनाथ मंगलवार को गोरखपुर से गया पहुंचे। जहां पर एक जनसभा को संबोधित किया। इस सभा में कुछ लोगों ने काले गुब्बारे उड़ाकर विरोध भी जताया, लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने पाकिस्तान के साथ ही विपक्षी दलों पर भी हमला बोला।


गया के गांधी मैदान में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की सत्ता संभालने के बाद से ही पीएम नरेंद्र मोदी की वरीयता पड़ोसी से संबंध काफी अच्छे रखने की थी। इसी कारण उन्होंने पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ को भी अपने शपथ ग्रहण में बुलावा भेजा था और एक बार खुद भी पाकिस्तान गये थे। इसके बाद भी पाकिस्तान की भारत विरोधी गतिविधि जारी रही। पानी सिर से ऊपर निकलने से पहले ही भारत ने एयर स्ट्राइक की और फिर इसके बाद से पाकिस्तान की भाषा ही बदल गई। अब तो उनको पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) भी गंवाने का खतरा महसूस होने लगा है। आज पाकिस्तान डर रहा है और वहां की सरकार को डर है कि भारत पीओके को वापस ले सकता है। अब उसे डर है कि कही पाकिस्तान का विभाजन ना हो जाए। पाकिस्तान को इस बात की चिंता है कि कहीं पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भी भारत के हिस्से में न चला जाए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंकवादियों ने जब हमला बोला तब कांग्रेस ने कहा था कि पाकिस्तान पर हमला नहीं कर सकते क्योंकि पाकिस्तान के पास परमाणु बम हैं। फरवरी 2019 में जम्मू कश्मीर में एक आतंकी घटना के बाद देश के जवानों ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों का सफाया किया था उसके बाद पाकिस्तान की भाषा ही बदल गई थी। उन्होंने कहा पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को यह डर था कि कहीं भारत हम पर हमला न कर दे। यह है देश की ताकत जिसका एहसास पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया को कराया है।


नागरिकता संशोधन कानून बहुत स्पष्ट


उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून बहुत स्पष्ट है। कानून नागरिकता देने के लिए है, किसी की नागरिकता लेने के लिए नहीं है। इससे किसी भी जाति व धर्म के लोगों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है। इसको लेकर आप लोग सावधान भी रहें। सीएए का विरोध करने वाले का तार बहुत दूर से जुड़ा हैं। हमको ऐसी ताकतों से सावधान रहने की जरूरत हैं। इस कानून के प्रति जनता को विपक्षी दल गुमराह कर रहे हैं। इस साजिश के तार बहुत दूर से जुड़े हैं। इसे समझने की जरूरत है। यह नए भारत की संरचना का दौर है। देश के साथ विश्वासघात करने वाले पाप कर रहे हैं। मैं आप सभी भारतवासियों से एक भारत के लिए एकजुट होने की अपील करता हूं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के राम मंदिर पर फैसला से पूर्व माहौल बनाया गया। खून खराबा की धमकियां दी गई। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया और देश में एक मच्छर तक नहीं मरा। इस कानून को संशोधित स्वरूप में लाने के लिए प्रधानमंत्री नेरेद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का अभिनंदन होना चाहिए था, लेकिन इसको लेकर विपक्ष के फैलाए जा रहे भ्रम के कारण मुट्टी भर लोग धरना, प्रदर्शन और आगजनी करने के कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। समाज को इसके प्रति जागरूक होना होगा क्योंकि यह तार बहुत दूर तक जुड़े हुए हैं। अब तो कोई दूर से इशारा कर के भारत की तरक्की को रोकना चाहता है।


सीएए तो नागरिकता देने का कानून


नागरिकता संशोधन कानून जागरुकता रैली में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह तो नागरिकता देने का कानून है, लेने का नहीं। यह कानून किसी भाषा, जाति या मजहब का विरोधी नहीं है। उन्होंने इस कानून को जरूरी और देशहित में बताया। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने तो इमरजेंसी के समय इसका गला ही घोंट दिया था। देश के कुछ मुट्टी भर लोग बिना किसी भी जानकारी के इस नागरिकता संसोधन अधिनियम के बारे में गलत भ्रम फला रहे है। नागरिकता संशोधन कानून की मदद से पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीडऩ के कारण वहां से विस्थापित हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और इसाई धर्म के लोगों को भारत की नागरिकता दी जाएगी। इसके लिए जिन्होंने 31 दिसंबर 2014 की निर्णायक तारीख तक भारत में प्रवेश कर लिया था, वह सभी भारत की नागरिकता के पात्र होंगे। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नागरिकता कानून भारत की उस परम्परा का हिस्सा है जिसमें हम शरण में आए हुए की रक्षा करते हैं। घुसपैठियों को निकालने और शरणार्थियों की रक्षा करने का काम भारत सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मकान, रसोई गैस के कनेक्शन, किसान सम्मान निधि, विद्युत कनेक्शन आयुष्मान भारत के तहत 5 लाख तक का इलाज देते समय किसी से जाति, मजहब, क्षेत्र या भाषा नहीं पूछी तो किस बात का आरोप उन पर लग रहा है।


CAA नकारने का मतलब बाबा साहब आंबेडकर का अपमान


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाबा साहब आंबेडकर ने 1952 में कांग्रेस की सरकार द्वारा देश के संविधान में धारा 370 को जोड़ते समय ही कहा था कि धारा 370 देश में आतंकवाद का कारण बनेगी और आंबेडकर की बात सही साबित हुई। इसे हटाने के लिए कोई सरकार हिम्मत नहीं कर पाई लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर से धारा 370 को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया। नागरिकता संशोधन कानून और देश के संविधान को नकारने का मतलब बाबा साहब आंबेडकर का अपमान है।


कांग्रेस देश विभाजन की जिम्मेदार


मुख्यमंत्री योगी ने कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि 1947 में हुए देश के विभाजन की जिम्मेदार कांग्रेस है। कांग्रेस की सत्ता पाने की लालसा देश के विभाजन का कारण बनी। 1947 से लेकर आज तक बढ़ती मुस्लिम आबादी से किसी को आपत्ति नहीं हुई और आबादी इसलिए बढ़ पाई क्योंकि उन्हें भारत में विशेषाधिकार और सुविधाएं दी गईं। दूसरी तरफ पाकिस्तान में आजादी के समय 23 प्रतिशत हिंदू आबादी थी और आज वहां हिंदुओं की आबादी मात्र एक प्रतिशत रह गई है। हिंदू मार दिए गए, भगा दिेए गए या इनका धर्मांतरण कर दिया गया। यही पाकिस्तान की सच्चाई है। उन्होंने कहा कि दोनों देश में अल्पसंख्यकों की रक्षा करने के लिए समझौता भी किया गया। भारत ने समझौते का पालन किया लेकिन पाकिस्तान ने नहीं निभाया।


समझौते पर अमल नहीं


योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1950 में हुए नेहरु-लियाकत समझौते के भारत व पाकिस्तान अपने यहां रहने वाले अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा करेंगे और उन्हें अपने धर्म के सम्मान और रक्षा की पूरी छूट दी जाएगी। भारत को उस पर अमल कर रहा है, लेकिन पाकिस्तान में यह समझौता पूरी तरह फेल हो गया है।


योगी आदित्यनाथ की जनसभा में बिहार सरकार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, बिहार सरकार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार समेत पार्टी के कई नेता शामिल थे।


आसमान में काले गुब्बारे


नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जब बड़ी जन जागरुकता जनसभा को संबोधित कर रहे थे, उसी दौरान उनका विरोध भी जारी था। जिस वक्त योगी आदित्यनाथ सभा को संबोधित कर रहे थे, उस वक्त काफी संख्या में काले गुब्बारे आसमान में उड़ते दिखे। इसके बाद अंदाजा लगाया गया कि उनकी जनसभा के विरोध में प्रदर्शन करने का एक तरीका था।