लखनऊ । राजधानी के अमीनाबाद थाना क्षेत्र के मौलवी गंज में क्लीनिक में बैठे डॉक्टर को पहले दिखाने के चक्कर में दो पक्षों में विवाद हो गया। बाद में एक पक्ष-दूसरे पक्ष के घर जाकर पत्थरबाजी करने लगा। इससे मामला सामुदायिक रंग में बदल गया। हंगामा होता देख दूसरे पक्ष के लोग भी इकट्ठा हो गए। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इससे हालात काबू में आ गए। अमीनाबाद थाने में अराजकों पर मुकदमा दर्ज कर दबिश दी जा रही है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि कुछ मजहबी व अराजक तत्वों ने 50 से अधिक की संख्या में दूसरे पक्ष के घर जाकर पथराव व धर्म विरोधी नारेबाजी की। इससे दूसरे पक्ष के लोगों में आक्रोश फैल गया। धीरे-धीरे लोग सड़क पर इकट्ठा होने लगे। हालांकि, पुलिस ने समय से पहुंचकर मामले को संभाल लिया। अमीनाबाद थाने के एसएचओ धर्मेंद्र यादव ने बताया कि मामला इलाज में प्राथमिकता को लेकर जुड़ा है। मौलवीगंज में डॉक्टर हाशमी की क्लीनिक है। जहां पर अनिल गुप्ता को दिखाने के लिए 28 वां टोकन नंबर मिला था, लेकिन वह पहले दिखाना चाह रहे थे। इससे उनका राहिल नाम के युवक से विवाद हो गया।
दोनों लोगों में हाथापाई की नौबत देखकर डॉक्टर ने बीच बचाव किया। इसके बाद राहिल अपने अन्य साथियों के साथ उनके घर आकर कुछ पत्थर फेंके। हालांकि इसमें किसी को चोट नहीं आई है। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई थी। अनिल गुप्ता पक्ष की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर राहिल, आदिल, साहिल व पांच अन्य आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। फिलहाल मौके पर शांति बहाल है। किसी धर्म के खिलाफ नारेबाजी नहीं की गई थी।