बुध ग्रह का प्रतीक है अंक-5, दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि अंक-5 का स्वामी ग्रह बुध है। यह अपने सभी गुणों में चंचल और परिवर्तनशील होता है। जो व्यक्ति किसी भी माह की 5, 14 और 23 तारीख को जन्म लेते हैं वे 5 अंक वाले माने जाते हैं। यदि ऐसे लोग 5 अंक की काल अवधि 21 मई से 20-27 जून तक या 21 अगस्त से 20-27 सितंबर के मध्य जन्मे हों तो उनके चरित्र में बुध ग्रह की विशिष्टताएं अधिक पाई जाती है।
अंक-5 वलो व्यक्ति लगभग सभी अंकों के लोगों से बड़ी आसानी के साथ दोस्ती कर लेते हैं। यही नहीं वे सभी से बहुत अच्छी दोस्ती निभा भी सकते हैं वरन निभाते भी हैं। हालांकि उनके सर्वश्रेष्ठ मिश्र वे होते हैं जो उनके अंक की तारीखों यानि 5, 14 और 23 को पैदा हुए हों।
तनाव में रहते हैं
अंक-5 वाले व्यक्ति अत्यधिक मानसिक उत्तेजना अनुभव करने वाले होते हैं और सदैव तनाव अनुभव करते हैं। उन्हें उत्तेजनापूर्ण कार्य करने की अत्यधिक इच्छा रहती है। इस अंक वाले लोग किसी भी विषय पर शीघ्र निर्णय ले सकते हैं। वे अधिकतर अपनी अंत प्रेरणा से काम करते हैं, जिन कार्यों में अधिक समय लगता हो वे उस कार्य को पसंद नहीं करते। ज्यादा खोजबीन वाला कार्य भी उनको अच्छा नहीं लगता।
धन कमाने की प्रबल इच्छा
अंक-5 वाले व्यक्तियों में जल्द से जल्द धन कमाने की इच्छा रहती है। उनका काम ऐसे काम करने में ज्यादा होता है, जिनमें जल्दी से जल्दी धन लाभ हो सकता हो। उनमें नवीन विचारों और खोजों से धन कमाने की स्वाभाविक प्रतिभा होती है। दूसेर शब्दों में कहें तो वे जन्म से ही सट्टेबाजी प्रवृति के होते हैं।
चरित्र
अंक-5 वाले व्यक्तियों के चरित्र में उच्चतम स्तर का अनोखा लचीलापन पाया जाता है। वे अपने पर किए गए किसी भी प्रकार के आक्रमण का, चाहे वह व्यंग्य हो अथवा शारीरिक आघात, तत्काल बदला लेने की कोशिश करते हैं। किसी भी किस्म का प्रभाव उनपर स्थायी नहीं रहता। उनके चरित्र पर कोई असर नहीं डाल पाता।
शुभ
उनके लिए वे सभी वस्तुएं शुभ होती हैं जो हल्की भूरी, सफेद और चमकदार होती है। हल्के व सफेद रंग के वस्त्र उनके लिए लाभदायक या कहें कि भाग्यशाली होते हैं। शुभ रत्नों में हीरा उनके लिए सौभाग्यशाली है। अंक-5 वाले जातकों को चमकीली धातुओं, विशेष रूप से प्लेटिनम या चांदी के आभूषण पहनाने चाहिए।
विश्वविख्यात व्यक्ति
जवाहर लाल नेहरू, ड्यूक आफ विंडसर, शेक्सपीयर, कार्ल मार्क्स, जुगलकिशोर बिड़ला, सीडी देशमुख, कार्डिनल रिशेल्यू, जोसेफीन (फ्रांस की महारानी), किंग जार्ज षष्ठ, लार्ड लीस्टर, टॉमस हुड, आइंस्टीन (वैज्ञानिक), लोकमान्य तिलक, आइजन हावर, सर गिलबर्ट पार्कर (लेखक), फारेनहाइट (आविष्कारक)।