लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में स्पेंसर, बिग बाजार आदि रिटेल चेन के स्टोर खुलना शुरू हो गए हैं। शुक्रवार को राजेन्द्र नगर स्थित स्टोर भी खुल गया। फिलहाल इन स्टोर से आटा, दाल, चावल, तेल जैसे जरूरी सामान ही खरीदे जा सकते हैं।
उपभोक्ताओं को एसएमएस के जरिए स्टोर खुलने की जानकारी दी जा रही है। जिला प्रशासन के अनुसार एकल दुकानों को खोलने के आदेश दिए जाने के बाद से ही स्टोर खुल रहे हैं। आशियाना, राजाजीपुरम, समेत कई इलाकों में रिटेल चेन के एकल स्टोर खोले जा रहे हैं। एफएसडीए के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेश कुमार मिश्र के अनुसार शॉपिंग मॉल में स्थित स्टोर खोले जाने की अनुमति नहीं है।
जरूरी सामानों की होम डिलिवरी जारी
लॉकडाउन की अवधि में किसी भी नागरिक को राशन, फल और सब्जियों की कोई कमी न हो इसके लिए होम डिलिवरी जारी है। डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि बीते 24 घंटों में बिगबाज़ार, इजी डे, स्पेंसर आदि सेवा प्रदाताओं के माध्यम से कुल 33772 को आवश्यक वस्तुएं घर तक पहुंचाई गईं।
खुल रही फैक्टरियां अपने सुरक्षा उपायों को पहले चेक करें
प्रदेश सरकार ने निर्देश दिए हैं कि कोरोना संकट के दौरान बंद हुई फैक्टरियों के मालिक अब खुलने की स्थिति में सबसे पहले सुरक्षा के लिए किए गए उपायों की बारीकी से जांच कर लें। इसके लिए वे श्रम विभाग की तकनीकी टीम का भी सहयोग ले सकते हैं। श्रम विभाग ने सभी फैक्टरियों के लिए यह एडवाइजरी विशाखापत्तनम की एक केमिकल फैक्ट्री में हुए हादसे के बाद जारी की है। इस हादसे में कई श्रमिकों की मौत हो गई थी। विभाग ने निदेशक (कारखाना) को भी यह निर्देश दिए हैं कि वे अगले हफ्ते में प्रदेश की सभी फैक्टरियों के साथ अत्यंत जोखिम वाली फैक्टरियों में सुरक्षा उपकरणों के साथ उनके ज्वलनशील पदार्थों के सुरक्षा उपायों की जांच सुनिश्चित कराएं।
श्रम विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में करीब तीन हजार अत्यंत जोखिम वाली फैक्टरियां हैं। इनमें 250 केमिकल बनाने वाली फैक्टरियां हैं। एडवाइजरी में कहा गया है कि अब तक खुल गई और भविष्य में खुलने वाली सभी फैक्टरियां अपने यहां लगे सुरक्षा उपकरणों की जांच कर लें। खासतौर से केमिकल फैक्टरियां अपने केमिकल सामग्रियों को भी देख लें कि उनमें रिसाव तो नहीं हो रहा है। फैक्टरियों में आग बुझाने के उपकरण सक्रिय रूप से काम करते पाए जाएं। इसके लिए फैक्टरियां खोलने से पहले मदद मांगने की स्थिति में श्रम विभाग की तकनीकी टीम उनकी फैक्टरी में जाकर मदद करने के लिए तैयार है। श्रम विभाग ने जिला स्तर के श्रम अधिकारियों को भी यह एडवाइजरी भेज कर फैक्टरियों की सुरक्षा के उपाय करने के निर्देश दिए हैं।