कोरोना वायरस की गलत टेस्टिंग कर रही पैथकाइंड लैब अब नहीं करेगी COVID-19 का टेस्ट


लखनऊ। कोरोना वायरस मरीजों की टेस्टिंग रिपोर्ट गलत देने के मामले में प्रदेश सरकार ने पैथकाइंड नाम की प्राइवेट लैब के टेस्टिंग करने पर रोक लगा दी है। इस लैब के बारे में कोरोना वायरस मरीजों की जांच के लिए नमूनों की रिपोर्ट देने की आधा दर्जन से अधिक जिलों से शिकायत आई थी।


 चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डा.रुकुमकेश ने रोक लगाते हुए यह भी निर्देश दिए हैं कि इस लैब से जांच किए गए सभी नमूनों को केजीएमयू, लखनऊ की लैब में फिर से जांच हो। उन्होंने यह भी कहा कि अन्य किसी प्राइवेट लैब की टेस्टिंग की शिकायत आएगी, उस पर भी रोक लगा दी जाएगी।
  इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने प्रदेश में आरएमएल, पैथकाइंड, शारदा मेडिकल कालेज,  जेपी हॉस्पिटल नोएडा जैसी निजी क्षेत्रों की लैब को भी कोरोना वायरस के नमूनों की जांच की रिपोर्ट देने के लिए अधिकृत किया है। ये प्राइवेट लैब करीब 10 हजार की संख्या तक टेस्टिंग कर चुकी हैं।  इसमें से एक पैथकाइंड नाम की प्राइवेट लैब भी है। इस लैब की प्रदेश के सभी  जिलों में कलेक्शन सेंन्टर हैं। ये जांच के नमूने टेस्टिंग के लिए नोएडा भेजती है। इस लैब ने लखनऊ, सहारनपुर व कानपुर समेत आधा दर्जन जिलों में टेस्टिंग कर गलत रिपोर्ट देने की शिकायतें मिली हैं। इन शिकायतों के बाद चिकित्सा व स्वास्थ्य महानिदेशक ने अगले आदेश तक पैथकाइंड लैब को जांच करने पर रोक लगा दी है।


डा.रुकुमकेश -महानिदेशक, चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि पैथकाइंड प्राइवेट लैब की टेस्टिंग को लेकर लगातार शिकायतें आ रही थीं। इसी लिए इस लैब को जांच करने से रोका गया है। इस लैब की सभी जांचों की केजीएमयू में दोबारा जांच की जा रही है।