नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में यह साफ किया कि अब लोगों की जिंदगी पहले के मुकाबले बदल गई है और अब उन्हें लंबे समय तक कोरोना के साथ ही जीना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का ये युग, हर भारतवासी के लिए नूतन प्रण भी होगा और नूतन पर्व भी। उन्होंने कहा कि अब एक नई प्राणशक्ति, नई संकल्पशक्ति के साथ हमें आगे बढ़ना है।
उन्होंने कहा कि सभी एक्सपर्ट वैज्ञानिक बताते हैं कि कोरोना लंबे समय तक हमारे जीवन का हिस्सा बना रहेगा। लेकिन हम ऐसा भी नहीं होने दे सकते कि हमारी जिंदगी कोरोना के आसपास ही रह जाए। हम मास्क पहनेंगे दो गज की दूरी रखेंगे लेकिन लक्ष्य दूर नहीं होने देंगे।
17 मई के बाद नहीं खत्म होगा लॉकडाउन
पीएम मोदी ने यह भी साफ कर दिया कि 17 मई के बाद भी लॉकडाउन खत्म नहीं होने जा रहा है, हालांकि इसका रंग रूप पहले के मुकाबले बिल्कुल अलग होगा। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का चौथा चरण पूरी तरह नए रंग रूप वाला होगा, नए नियमों वाला होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन 4 से जुड़ी जानकारी भी आपको 18 मई से पहले दी जाएगी।
पीएम ने कहा, स्थानीय उत्पादों पर करें गर्व
पीएम मोदी ने अपने उत्पादों की पर गर्व का आह्वान करते हुए कहा कि आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए ‘वोकल’ बनना है, न सिर्फ स्थानीय खरीदने हैं, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि हमारा देश ऐसा कर सकता है।
कोरोना संकट से हिलीं बड़ी अर्थव्यवस्थाएं
पीएम मोदी ने कहा कि ये संकट इतना बड़ा है, कि बड़ी से बड़ी व्यवस्थाएं हिल गई हैं। लेकिन इन्हीं परिस्थितियों में हमने, देश ने हमारे गरीब भाई-बहनों की संघर्ष-शक्ति, उनकी संयम-शक्ति का भी दर्शन किया है। इसके साथ ही, पीएम मोदी ने आर्थिक पैकेज का भी ऐलान किया। पैकेज का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की थीं, जो रिजर्व बैंक के फैसले थे, और आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब-करीब 20 लाख करोड़ रुपए का है। ये पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 प्रतिशत है।