कमर और पीठ दर्द ने कर रखा है बहुत ज्यादा परेशान, तो इन उपायों से करें उसका परमार्नेंट इलाज

वर्क फ्रॉम होम में ओवरइटिंग ही नहीं कमर और पीठ दर्द से भी ज्यादातर लोग परेशान हैं। तो क्रीम स्प्रे लगाकर इसे टेंपररी ठीक करने की जगह कुछ बदलाव करके परमार्नेंट ठीक कर सकते हैं।



कई घंटों तक बैठे रहकर काम करने से कमर दर्द परेशान कर सकती है लेकिन इसके लिए कुछ देर लेटना और दर्द निवारक दवाएं लेना बिल्कुल भी सही इलाज नहीं। इसके लिए आपको कुछ बातों की ओर ध्यान देना होगा। महज इन छोटे-छोटे बदलावों से ही काफी हद तक दर्द में राहत मिलने लगेगी। 


बैठने का तरीका


बैठने का सही तरीका मालूम न होने के वजह से ज्यादातर लोगों के पीठ और कमर में दर्द रहता है। दिन में तो काफी उठना-बैठना होता है जिससे हम एक्टिव रहते हैं, लेकिन दिन बीतने के साथ ही आलस और थकान के चलते एक्टिविटी कम होते जाती है जिससे ये झुकता चला जाता है। तो इससे बचने के लिए हर आधे घंटे का अलार्म लगा सकती हैं जिससे उस वक्त यह चेक कर सकें कि आप सही तरीके से बैठी हैं या नहीं। अपने पोस्चर पर ध्यान दें। पीठ को कुर्सी पर इस तरह टिकाएं कि वो सीधी रहे। गर्दन सीधी रखने के लिए कुर्सी में पीछे की ओर मोटी तौलिया मोड़कर लगा सकती हैं।


वजन ज्यादा होना


जी हां, वजन ज्यादा होने का भी असर आपकी पीठ, कमर, जोड़ों व मसल्स पर पड़ता है। इतना ही नहीं ये और भी कई दूसरी बीमारियों की वजह बनती हैं तो इससे पहले की आपका शरीर तमाम तरह के दर्द से घिर जाएं, फौरन वजन घटाने के तरीके अपनाएं। अगर आपकी मसल्स टाइट हैं और अचानक उठने पर तेजी से दर्द होने लगता है और लंबे समय तक बना रहता है तो इसके लिए अपनी मांसपेशियों को सॉफ्ट करने की कोशिश करें। खिंचाव से जुड़े व्यायाम के जरिए कमजोर मांसपेशियों को मजबूत और लचीला बनाया जा सकता है। कमर व पीठ दर्द होने पर सिर्फ खिंचाव से जुड़े व्यायाम ही कारगर होते हैं लेकिन ध्यान रखें जरूरत से ज्यादा खिंचाव भी नुकसानदेह हो सकता है।


छोड़ दें ध्रूमपान की आदत


ध्रूमपान की आदत भी कमर और पीठ दर्द को बढ़ा देती है। फिजिशियन द्वारा कराए गए शोध से यह साबित हो चुका है कि निकोटिन से जुड़े सभी त्तव स्पाइन डिस्क पर सीधे असर डालते हैं। एल्कोहॉल भी शरीर में रक्त प्रवाह को सामान्य से धीमा कर देता है। यह कई तरह के शारीरिक परेशानियों की वजह बनता है।


इन बातों पर भी दें ध्यान


हर आधे घंटे के बीच एक मिनट के लिए खड़े जरूर हों। हाथ-पैरों को हल्का झटके और शरीर को थोड़ा हिलाएं। हो सके तो एक मिनट थोड़ा पैदल चल लें या फिर अपने बैठने की पोजिशन बदल लें।


* काम के बीच अगर फोन पर बात करनी हो तो खड़े होकर चलते हुए बात करें। चाय या कॉफी खुद से बनाएं।