नई दिल्ली। पूरी दुनिया कोरोना संकट से जूझ रही है, मगर चीन अब भी अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देने के लिए छटपटा रहा है। कोविड-19 महामारी के बीच चीन ने दो बार ऐसी हिमाकत की है, जो ड्रैगन के किसी बड़े साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं। पिछले सप्ताह सिक्किम के उत्तरी इलाके में सीमा पर चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों से झड़प की। जब जमीन पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हो रही थी, ठीक उसी वक्त चीनी हेलिकॉप्टर आसमान में भी सीमा के काफी करीब गश्ती कर रहे थे। हालांकि, भारतीय वायुसेना की निगहबानी से बच नहीं पाए और उनकी नापाक मंसूबों पर वायुसेना के लड़ाकू विमानों की मुस्तैदी ने पानी फेर दिया।
दरअसल, पिछले सप्ताह उत्तरी सिक्किम सीमा पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इस झड़प में दोनों देशों के सैनिक घायल हो गए थे। यह टकराव नाकु ला सेक्टर में हुआ जो मुगुथांग से आगे है और 5000 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर स्थित है। कुल मिलाकर टकराव के वक्त वहां 150 सैनिक मौजूद थे, जिसे बाद में स्थानीय स्तर पर हल किया गया। हालांकि, स्थानीय बातचीत के बाद इस टकराव को सुलझा दिया गया था।
यहां गौर करने वाली बात है कि जिस वक्त सिक्किम में यह घटना हो रही थी, उसी वक्त लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास चीनी सैन्य हेलिकॉप्टरों की नापाक हरकत भी देखी गई थी। चीनी हेलिकॉप्टर वास्तविक नियंत्रण रेखा की ओर बढ़ रहे थे, जिसके तुरंत बाद भारतीय वायुसेना ने अपने लड़ाकू विमानों को गश्त पर भेज दिया और फिर चीनी हेलिकॉप्टर वापस चले गए।
समाचार एजेंसी एएनआई को सरकारी सूत्रों ने कहा कि चीनी सैन्य हेलिकॉप्टर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के काफी करीब से उड़ान भर रहे थे। उनके विमानों की गतिविधि पता चलने के बाद भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान ने इलाके में गश्त लगाई। नाम न जाहिर होने की शर्त पर सरकारी सूत्रों ने बताया कि चीनी हेलिकॉप्टरों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा को पार करके भारतीय क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया। बता दें कि भारतीय वायुसेना अक्सर अपने सुखोई 30एमकेआई लड़ाकू विमानों और अन्य विमानों के साथ लद्दाख के लेह हवाई अड्डे से उड़ान भरती है।
चीन की इस हिमाकत पर संदेह इसलिए भी और ज्यादा गहरा जाता है क्योंकि चीनी सैन्य विमानों की एलएसी के पास आवाजाही ऐसे वक्त में देखी गई है, जब पाकिस्तान ने भी अपनी गश्त बढ़ा दी है। हंदवाड़ा एनकाउंटर के बाद पाकिस्तान ने सीमा पर एफ-16 एस और जेएफ-17 एस लड़ाकू विमानों के साथ अपनी गश्ती बढ़ा दी है। ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान को यह डर सता रहा है कि हंदवाड़ा का बदला लेने के लिए भारत संभावित जवाबी कार्रवाई कर सकता है।
इसलिए यहां चीनी की इन हरकतों से कई सवाल उठ रहे हैं कि चीन आखिर किस तरह की साजिश में है। एक तरफ पाकिस्तान ने सीमा पर अपनी गश्ती बढ़ा दी है तो दूसरी ओर पाकिस्तान। हालांकि,यह पहली बार नहीं है, जब भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच सीमा पर झड़प हुई हो। इससे पहले भी कई बार ऐसी स्थिति आ चुकी है। अगस्त 2017 में भारतीय और चीनी सैनिकों ने एक दूसरे पर पत्थर फेंके थे।