नई दिल्ली। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लॉकडाउन के तीसरे चरण का मंगलवार को दूसरा दिन है। सरकार ने तीसरे चरण में कई तरह की राहतें दी हैं। अर्थव्यवस्था को बेहतर करने के लिए कई क्षेत्रों में छूट दी गई है। इसी तरह शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई। हालांकि, दूसरे दिन भी हालात पहले दिन की ही तरह रहे। शराब की दुकानों के सामने लोगों की लंबी लाइनें देखी गईं।
कई राज्यों में शराब की दुकानों के बाहर लंबी कतारों और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न होने की वजह से पुलिस बल इस्तेमाल करना पड़ा था। वहीं, कुछ दुकानों के खुलने के कुछ ही समय बाद उसे नियमों को न मानने की वजह से बंद करना पड़ गया।
हालांकि, इन सभी के बावजूद राज्य सरकारों को राजस्व मिला है। उत्तर प्रदेश में पहले दिन 100 करोड़ रुपए से अधिक की शराब की बिक्री हुई। राज्य के आबकारी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अकेले राजधानी लखनऊ में 6.3 करोड़ रुपए की शराब की बिक्री हुई।
आबकारी विभाग में प्रधान सचिव संजय भूसरेड्डी ने आईएएनएस से कहा, 'मुझे नहीं लगता कि एक लाख से कम कार्यबल वाला कोई एक उद्योग होगा जो एक दिन में 100 करोड़ रुपये (राज्य के खजाने को) देता है।' सामान्य समय में राज्य में शराब की औसत बिक्री लगभग 70-80 करोड़ रुपये की है।
वहीं, कर्नाटक में भी शराब की सोमवार को रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की गई। एक दिन में ही राज्य में 45 करोड़ रुपए की शराब बिकी। आबकारी विभाग के अधिकारी ने आईएएनएस से बताया कि पहले दिन शाम सात बजे तक तकरीबन 3.9 लाख लीटर बीयर और 8.5 लाख लीटर शराब की बिक्री हुई। यह कम से कम 45 करोड़ रुपए की थी।
राज्य के आबकारी मंत्री एच. नागेश ने सोमवार को कहा कि शराब की बिक्री में उछाल की वजह से कर्नाटक सरकार ने अगले सप्ताह से सभी ब्रांडों की कीमतों में बढ़ोतरी का फैसला किया है। वहीं, दिल्ली और आंध्र प्रदेश की सरकारों ने भी शराब की कीमतों में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है।
आंध्र प्रदेश सरकार ने मंगलवार को शराब की कीमतों पर 50 फीसदी का इजाफा कर दिया। वहीं, एक दिन पहले ही 25 फीसदी कीमत बढ़ा दी थी। इस तरह राज्य सरकार शराब की कीमत 75 फीसदी बढ़ा चुकी है। पीटीआई के अनुसार, 50 फीसदी कीमत बढ़ने की वजह से राज्य सरकार के राजस्व में कम से कम 9 हजार करोड़ रुपए की बढ़ोतरी होगी।