बहुत ही रूखे स्‍वभाव वाले होते हैं इस रेखा वाले लोग


आपको भी अपने जीवन में अनेक लोग ऐसे मिले होंगे जिसके व्‍यवहार से आप प्रभावित हुए होंगे। मिलनसार और मित्रवत व्‍यवहार करने वाले लोगों को हर कोई याद रखता है और उनसे संबंध बनाने का इच्‍छुक होता है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनका व्‍यवहार बेहद रूखा होता है। वे सही से बात नहीं करते। लेकिन क्‍या आपको पता है कि हाथों की रेखा आपके व्‍यवहार के बारे में बहुत कुछ बताती है। ज्‍योतिषाचार्य सुखविंदर सिंह के अनुसार हृदय रेखा व्‍यक्‍ति के व्‍यवहार का आइना होती है। जानिए कैसे।



  • यदि हृदय रेखा पतली हो और यह गहरी न होकर हल्की हो जाए तो व्‍यक्‍ति स्वभाव से रुखा हो सकता है। इसी तरह हृदय रेखा एक छोर से शुरु होकर दूसरे छोर तक जाए तो वह वर्तमान में जीने वाला स्वभाव होता है। वे सपनों की दुनिया से दूर रहते हैं। ऐसे लोग स्वभाव से भावुक एवं ईर्ष्‍यालु भी हो सकते हैं।

  • हृदय रेखा का लाल होना और अधिक गहरा होना व्‍यक्‍ति के बहुत अधिक तेज स्‍वभाव की ओर इशारा करती है। ऐसे लोग किसी बुरी आदत का शिकार भी बन सकते हैं।

  • वैसे तो दो हृदय रेखा होना अपवाद है, लेकिन जिस व्‍यक्‍ति के हाथ में दो-दो हृदय रेखाएं होती हैं और उनमें कोई दोष ना हो तो ऐसे लोग सात्‍विक बुद्धि वाले होते हैं। हालांकि हृदय रेखा का मध्य में टूटना अच्‍छा संकेत नहीं है। यह स्‍थिति प्रेम संबंधो में बिखराव को दर्शाती है।

  • यदि हृदय रेखा और मस्तिष्क रेखा दोनों एक छोर से शुरु होकर हथेली के दूसरे छोर पर तक जाएं तो ऐसा व्‍यक्‍ति किसी की परवाह नहीं करने वाला स्वभाव हो सकता है। गुरु पर्वत से हृदय रेखा शुरू होने की स्‍थिति में व्‍यक्‍ति दृढ़ निश्चयी और आदर्शवादी होता है। हृदय रेखा तर्जनी उंगली के मूल से शुरू हो तो मानसिक रुप से परेशान रह सकते हैं।


(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)