21 दिन तक कोरोना का केस न मिलने पर खत्म होंगे रेड जोन वाले हॉटस्पॉट


लखनऊ। 21 दिन तक कोई संक्रमित केस न मिलने पर हॉटस्पॉट खत्म कर दिया जाएगा।  चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि हॉट स्पॉट के कंटेनमेंट जोन में एक केस मिलने पर हॉट स्पॉट बना दिया जाता है। अगर उस कंटेनमेंट में  21 दिन  तक  कोई केस नहीं मिलेगा तो हॉट स्पॉट खत्म  कर दिया जाएगा। इस सिलसिले में शासनादेश जारी कर दिया गया है।


प्रसाद ने बताया कि इस बारे में भी शासनादेश जारी किया गया है कि अगर कोई बड़ा घर है, जहां न्यूनतम दो कमरों और दो शौचालय हैं, वहां भी किसी भी व्यक्ति को होम क्वांरटाइन में रहने की इजाजत दी सकती है। बशर्ते कि उस शौचालय को केवल होम क्वारंटाइन में रहने वाला व्यक्ति उपयोग में लाए, घर के दूसरे सदस्य उसका उपयोग न करें। 


कोरोना से लड़ने को दिया 7 करोड़ का चेक : 
डीजीपी एचसी अवस्थी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर भेंट कर सात करोड़ रुपये का चेक सौंपा। पुलिसकर्मियों के स्वैच्छिक योगदान से एकत्रित यह धनराशि मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में जमा की जाएगी। पुलिस विभाग अब तक कुल 27 करोड़ रुपये का योगदान कर चुका है। 
इस मौके पर डीजीपी के अलावा मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एसपी गोयल व संजय प्रसाद, एडीजी कानून-व्यवस्था पीवी रामाशास्त्री व लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय भी मौजूद रहे। यह धनराशि कोरोना महामारी से बचाव एवं रोकथाम पर खर्च की जा सकेगी। इससे पहले गत 15 अप्रैल को डीजीपी ने 20 करोड़ रुपये का चेक मुख्यमंत्री को भेंट किया था। डीजीपी की अपील पर यह धनराशि भी पुलिस विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की तरफ से किए गए स्वैच्छिक योगदान से एकत्रित की गई थी।